क्रिसमस डे 25 दिसंबर को दस्तक देने वाला है। ये पूरी दुनिया के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। दुनिया के कई देशों में तो इसके लिए महीनों पहले से ही जोरों शोरों से तैयारियां शुरु हो जाती है। हालांकि हर देश इस त्योहार को अपनी परंपराओं और प्रथाओं के हिसाब से मनाते हैं। बच्चे तो बच्चे और बड़े बुजुर्ग भी इस त्योहार को मनाने के लिए काफी उत्साहित रहते हैं। भारत के साथ-साथ कई देशों में क्रिसमस की 10 दिन से लेकर एक महीने तक की छुट्टियां भी रहती है। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि कुछ ऐसे देश भी है जहां पर क्रिसमस नहीं मनाया जाता। चालिए डालते हैं ऐसे देशों पर एक नजर।
अफगानिस्तान
अफगानिस्तान एक मुस्लिम देश है, इनका बरसों से ईसाई धर्म के साथ कोई संबंध नहीं रहा। यहां पर ईसाई और मुस्लिम धर्म के लोगों के बीच काफी तनाव भी है। धार्मिक भावनाओं के चलते यहां पर क्रिसमस नहीं मनाते, अगर कोई मनाना चाहे तो भी काफी रिस्की होता है।
भूटान
भारत का पड़ोसी भूटान भी उन्हीं देशों में शामिल है जहां पर क्रिसमस डे को प्रथामिकता नहीं ही दी जाती। यहां के ज्यादातर लोग बौध धर्म को मानते हैं, वहीं यहां पर ईसाई लोगों की संख्या 1 प्रतिशत से भी कम है। यहां तक की क्रिसमस भूटान कैलेंडर का हिस्सा तक नहीं है।
सोमालिया
कहा जाता है कि 2015 में सोमालिया में धार्मिक कानून लगने के बाद से यहां क्रिसमस मनाने पर बैन लगा दिया गया था, तो कि आज तक जारी है।
चीन
चीन में तो क्रिसमस के दिन वर्किंग डे होता है। यहां पर इस दिन सारे स्कूल, ऑफिस, दुकानें खुली रहती है, एक दिन कि भी छुट्टी नहीं होती। बता दें कि चीन किसी धर्म को नहीं मानता, इसलिए यहां पर क्रिसमस को सेलिब्रेट करना पूरी तरह से बैन है।
उज़्बेकिस्तान
देश का लगभग 10% हिस्सा ईसाई है, इसके बाद भी लोग यहां पर क्रिसमस नहीं मनाते हैं। वहीं उज़्बेकिस्तान में नए साल का जश्न क्रिसमस के त्योहार कि तरह ही होता है। इस वक्त यहां पर पेड़ों और उपहारों का आदान प्रदान किया जाता है।
पाकिस्तान
पाकिस्तान भी मुस्लिम देश है। यहां पर ईसाई लोग बहुत कम है। इस देश में क्रिसमस डे आज से नहीं बल्कि कई सालों से नहीं मनाया जा रहा।