23 DECMONDAY2024 10:14:37 PM
Nari

21 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन, इसके बाद पड़ेगी कड़ाके की ठंड

  • Edited By Bhawna sharma,
  • Updated: 20 Dec, 2020 05:21 PM
21 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन, इसके बाद पड़ेगी कड़ाके की ठंड

दिसंबर संक्रांति ने प्राचीन काल से आज तक दुनियाभर की संस्कृतियों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वहीं आने वाले 21 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होगी। पृथ्वी के सबसे पास होने की वजह से सूर्य की मौजूदगी आठ घंटे ही रहती है जिसके अस्त होने के बाद 16 घंटे की साल की सबसे लंबी रात होती है। सूर्य इस दिन कर्क रेखा से मकर रेखा की तरफ उत्तरायण से दक्षिणायन की तरफ प्रवेश करता है। इसे विंटर सोलस्टाइस कहा जाता है। 

क्या है विंटर सोलस्टाइस 

विंटर सोलस्टाइस का मतलब है कि हर साल 21 दिसंबर साल का सबसे छोटा दिन होता है। इसकी वजह यह है कि इस दिन चांद की रोशनी ज्यादा देर तक धरती पर पड़ती रहती है। इस दिन के बाद से ही ठंड बढ़ जाती है। इस दिन सूर्य पृथ्वी पर कम समय के लिए दिखाई देता है। जबकि चंद्रमा अपनी शीतल किरणों का प्रसार पृथ्वी पर अधिक देर तक करता है। 

PunjabKesari

समर सोलस्टाइस 

विंटर सोलस्टाइस के ठीक उल्टा 20 से 23 जून के बीच समर सोलस्टाइस भी मनाया जाता है। तब दिन सबसे लंबा और रात सबसे छोटी होती है तो वहीं 21 मार्च और 23 सितंबर को दिन और रात का समय बराबर होता है। 

PunjabKesari

बड़े दिन की शुरुआत

23 दिसंबर से उत्तरी गोलार्ध में दिन का समय बढ़ने लगता है। जिसके चलते उत्तरी ध्रूव पर रात हो जाती है जबकि दक्षिणी ध्रूव पर 24 घंटे सूर्य चमकता रहता है। 25 दिसंबर के बाद से दिन के बड़े होने की शुरुआत होने लगती है। 

Related News