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पानी का सही बहाव दूर करेगा घर के वास्तुदोष

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 03 Feb, 2020 02:37 PM
पानी का सही बहाव दूर करेगा घर के वास्तुदोष

घर बनवाते समय लोग कई बातों का खास-ख्याल रखते हैं। मगर पानी के निकास पर ध्यान देना भूल जाते हैं, जो कलह-कलेश व पैसों की किल्लत का कारण बनती है। वास्तुशास्त्र की मानें तो इस बात का ख्याल रखना बहुत जरूरी है कि घर में पानी का निकास किस दिशा से हो रहा है। नहाते, कपड़े धोते या बर्तन धोते समय अगर पानी गलत दिशा से निकल रहा है तो उससे परिवार के सदस्यों पर बुरा असर पड़ सकता है।

 

चलिए आपको बताते हैं कि पानी के निकास की दिशा का हमारे जीवन पर किस तरह असर पड़ सकता है।

पूर्व दक्षिण से ना हो पानी का निकास

घर का पानी का निकास पूर्व दक्षिण का कोने से नहीं होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इस दिशा से पानी निकलना अशुभ माना जाता है।

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महिलाओं की सेहत पर असर

वहीं पानी का निकास दक्षिण से भी नहीं होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, इससे घर की स्त्रियों की सेहत खराब रहती है।

पश्चिम दिशा में न हो निकास

अगर आपके घर का पानी पश्चिम दिशा की ओर से बाहर निकलता है तो इससे परिवार की सुख-समृद्धि प्रभावित हो सकती है। वास्तु की मानें तो इस दिशा से पानी का निकास होने से घर के लोगों पर इसका अच्छा असर नहीं पड़ता है।

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बढ़ सकते हैं दुश्मन

वास्तुशास्त्र में कहा गया है कि पश्चिम एवं उत्तर के मध्य से भी पानी का निकास नहीं होना चाहिए। इससे दुश्मनों की संख्या बढ़ती है। ऐसे में ध्यान रखें कि इस दिशा से पानी का निकास ना हो।

उत्तर दिशा में पानी का निकास है शुभ

गंदे पानी की निकासी के लिए उत्तर दिशा सही है। इससे परिवार के मान–सम्मान में बढ़ोतरी के साथ ही खुशहाली भी आती है।

घर के सदस्यों की सेहत रहती है बेहतर

पानी का निकास अगर ईशान कोण यानि उत्तर-पूर्व दिशा से हो तो वो भी शुभ माना जाता है। इससे घर में वैभव बढ़ता है और परिवार के सदस्यों की सेहत भी हमेशा अच्छी रहती है।

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