उड़ान भरने के बाद विमान में तकनीकी खराबी का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन इस तरह की खबरें सामने आती ही रहती है कि तकनीकी खराबी के चलते या जो विमान को लौटना पड़ा या फिर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। आपकाे ये जानकर हैरानी होगी कि इस मामले में सबसे आगे इंडिगो का विमान है। इसी क्रम में एयर इंडिया, गो एयर, स्पाइसजेट और अकासा एयर भी शामिल है।
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह ने संसद में यह जानकारी सांझा की है। मंत्री द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई तक घरेलू एयरलाइंस में कुल 338 तकनीकी खराबी की सूचना मिली थी। इसमें से इंडिगो को सबसे अधिक तकनीकी खराबी का सामना करना पड़ा, इसके बाद एयर इंडिया, गो एयर, स्पाइसजेट और अकासा एयर का स्थान रहा।
पिछले साल भी, घरेलू एयरलाइनों के बीच तकनीकी खराबी की कुल संख्या में इंडिगो का योगदान सबसे अधिक था, जिसमें स्पाइस जेट और विस्तारा सबसे आगे थे। 2022 में कुल 546 तकनीकी खराबी की सूचना मिली। राज्यसभा में मंत्री द्वारा बताया गया कि विमान में लगे घटकों या उपकरणों की खराबी के कारण इस तरह की समस्या आती है। बयान में कहा गया है कि नियमों के मुताबिक ऑपरेटर को गड़बड़ी की ऐसी सभी घटनाओं की सूचना नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) को देनी होती है।
कुछ घटनाएं जैसे कि हवा का वापस मुड़ना, टेकऑफ़ रोकना या इधर-उधर जाना पायलट द्वारा संचालन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए की गई कार्रवाइयां हैं, आमतौर पर गंभीर घटना/दुर्घटना को रोकने के लिए इस तरह का कदम उठाया जाता है। 2021 में, स्पाइस जेट की तुलना में इंडिगो ने हवाई जहाज में सबसे अधिक खराबी की सूचना दी थी।