आज बॉलीवुड ने अपना एक ओर कीमती सितारा खो दिया। एक्टर सुशांत सिंह राजपूर की सुसाइड की खबर से ना सिर्फ बलीवुड बल्कि पूरा देश सदमें में है। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, सुशांत पिछले 6 महीनें से डिप्रेशन से गुजर रहे थे।
डिप्रेशन एक ऐसी मानसिक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति अपने सोचने-समझने की शक्ति खो देता है। कोई दुर्घटना, जीवन में कोई बड़ा परिवर्तन या संघर्ष, काम का बोझ, अकेलापन, हार्मोन में बदलाव, चिंता के अलावा गलत खान पान भी इस बीमारी का कारण बन सकता है। ऐसी कंडीशन पर शर्म व अफसोस करने की बजाए किसी करीबी से इस बारे में शेयर करना चाहिए, ताकि आप इस स्थिति से बाहर निकल सकें।
डिप्रेशन के लक्षण
. तनाव व चिंता में रहना
. नींद की कमी होना
. उदासी के साथ नकारात्मक सोच का बढ़ना
. भविष्य की चिंता में रहना
. भूख कम या ज्यादा लगना
. छोटी- छोटी बातों पर गुस्सा आना
. खुद को नुकसान पहुंचाना या जीवन को खत्म करने की इच्छा होना
डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए क्या-क्या किया...
कभी ना रहे अकेले
ऐसी स्थिति में मरीज को कभी भी अकेले नहीं रहना चाहिए। अपने दोस्तों व परिवार के साथ ज्यादा समय बिताएं और उनसे अपने मन की बात शेयर करें।
योग से दूर करे डिप्रेशन
मेंटल हेल्थ के लिए एक्सरसाइज और योग सबसे बढ़िया तरीका है। सूर्य नमस्कार, मार्जरी आसन, वीरभद्रासन, सर्वांगासन, प्राणायाम जैसे योग करें।
डांस
रोज कम से कम आधा घंटा डांस जरूर करें। इससे शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है। इसके लिए आप जैज (jazz), कथक, भरतनाट्यम डांस फोर्म चूज कर सकते हैं। इसके अलावा डिप्रेशन दूर करने के लिए भरपूर नींद लेना भी जरूरी है।
हेल्दी डाइट लें
डाइट में फाइबर, प्रोटीन, कॉम्प्लेक्स कार्बोज, विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चीजें लें। इसके अलावा हरी पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल, काजू, बादाम, टमाटर, केला, ग्रीन टी, पालक, एवोकाडो, इलायची, साबुत अनाज, ब्लूबेरी, चुकंदर, नारियल पानी, अंडे, हल्दी लें।
इन चीजों से रहें दूर
-जंक फूड का सेवन पूरी तरह छोड़ दें।
-अधिक चीनी एवं अधिक नमक का सेवन।
-मांसाहार और बासी भोजन।
-धूम्रपान, मद्यसेवन या किसी भी प्रकार का नशे का सर्वथा त्याग करना चाहिए।
-कैफीनयुक्त पदार्थ जैसे चाय, कॉफी का अधिक सेवन।
डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए?
कई बार व्यक्ति को किसी दुर्घटना या किसी मानसिक आघात के कारण कुछ समय के लिए अवसाद हो तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। ऐसा होने पर वह साइको न्यूरोटिस जैसी स्थिति में भी आ सकता है जोकि व्यक्ति को आत्महत्या की ओर ले जाती है।