बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा ने जब से शादी की है तब वह अपनी मैरिड लाइफ को लेकर सुर्खियां बटौर रही हैं। कुछ दिन पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि वह प्रेगनेंस हैं हालांकि एक्ट्रेस और उनके राजनेता पति राघव चड्ढा की ओर से किसी तरह की कोई पुष्टि नही की है लेकिन इसी बीच खबरें ये सामने आ रही हैं कि राघव चड्ढा अपना इलाज कराने के लिए विदेश रवाना होने वाले हैं। इस खबर पर खुद उनकी राजनीतिक पार्टी आप ने भी मुहर लगाई है और कहा है कि वो यूनाइटेड किंगडम में अपना इलाज करवाएंगे। अब उनके चाहने वाले सोच रहे हैं कि राघव चड्ढा को हुआ क्या है जो उन्हें तुरंत इलाज के लिए विदेश जाना पड़ रहा है।
रेटिना डिटेचमेंट की समस्या से जूझ रहे हैं राघव चड्ढा
पीटीआई की रिपोर्ट की मानें तो पार्टी सूत्रों ने कहा है कि आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा आंख की की रेटिना डिटेचमेंट समस्या से जूझ रहे हैं और उसी को रोकने के लिए वह यूनाइटेड किंगडम में विट्रोक्टोमी सर्जरी कराएंगे। कहा जा रहा है कि इस बीमारी में रेटिना में छोटे-छोटे छेद होने लग जाते हैं जो इतने खतरनाक माने जाते हैं कि इससे आंखों की रोशनी तक जा सकती हैं। इससे बचने के लिए इसका तुरंत इलाज करवाना जरूरी है।
चलिए आपको बताते हैं कि ये रेटिना डिटेचमेंट होता क्या है
यह एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें आंखों का पर्दा फट जाता है और रेटिना आंखों की पिछली परत से अलग हो जाती है, जिसके चलते रेटिना तक खून का संचार कम होने लगता है. रेटिना यदि ज्यादा समय तक अलग रहे तो आंखों की रोशनी तक जा सकती है। रेटिना डिटेचमेंट की शुरुआत होने पर व्यक्ति की आंखों के सामने अंधेरा छाने लगता है और धीरे-धीरे आंखों की रोशनी कम होने लगती है।
इस समस्या के होने के भी बहुत से कारण है वैसे तो यह समस्या बढ़ती उम्र के लोगों को ज्यादा देखने को मिलती हैं क्योंकि बढ़ती उम्र में आंखों में मौजूद फ्लूड जिससे विट्रियस जेल कहा जाता है वो कम होने लगता है। इसका आकार बदलने पर रेटिना फट सकता है।
आंखों के आस-पास इंजरी होने से भी यह समस्या हो सकती है।
जिन लोगों की मोतियाबिंद की सर्जरी हुई होती है उन्हें भी ये समस्या हो सकती है।
जिनकी नजर पहले से ही कमजोर है उन्हें भी रेटिनल डिटेचमेंट का खतरा ज्यादा होता है या फिर आपके परिवार में पहले से ही किसी को रेटिनल डिटेचमेंट की समस्या है उन्हें भी यह समस्या हो सकती है।
रेटिना डिटेचमेंट होने के लक्षण
इस समस्या होने पर व्यक्ति को नजर के सामने अलग सी रोशनी की किरणें या धागे जैसी हिलने वाली वस्तुएं दिखने लगें। जब आप आसमान की तरफ देखते हैं तो कुछ आकृतियां तैरती नजर आती है, इन्हें फ्लोटर कहते हैं। अचानक से लाइट का चमकना और आंखों का बोझिल हो जाना।
फिलहाल पार्टी के सूत्र की मानें तो कहा जा रहा है कि फिलहाल राघव चड्ढा की आंख की स्थिति स्थिर है और आंखों की रोशनी को कोई नुकसान नहीं हुआ है और वह जल्दी ही इलाज के लिए रवाना होने वाले हैं।