सनातन धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूज्य माना जाता है। किसी भी शुभ या मांगलिक कार्यक्रम की शुरुआत उनकी पूजा अर्चना से होती है। वे संकटहर्ता और भक्तों का कल्याण करत हैं। हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी पर्व मनाया जाता है। ये 10 दिनों तक चलने वाला गणेशोत्सव होता है, जिसे देशभर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार गणेश उत्सव की शुरुआत 19 सितंबर से होने जा रही है और इसका विसर्जन 28 सितंबर को होगा।
पौराणिक कथाओं के मुताबिक इन 10 दिनों के दौरान भगवान गणेश अपने घर यानी कैलाश पर्वत से उतरकर धरती पर विचरण करते हैं और श्रद्धालुओं का बेड़ापार करते हैं। अगर आप भी गणपति बप्पा को अपने घर लाना चाह रहे हैं तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी है...
भगवान गणेश की रखें कितनी मूर्ती
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार अगर आप गणेश चतुर्थी पर अपने घर गणपति बप्पा को बुलाना चाह रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि घर में उनकी केवल एक ही मूर्ति रखें। एक से ज्यादा मूर्ति रखने पर शुभ फल खत्म हो जाता है और भगवान गणेश नाराज हो जाते हैं।
प्रतिमा में जरूर शामिल हो ये चीजें
बप्पा की मूर्ति में मूषक और उनके हाथ में मोदक जरूर होना चाहिए। इसके साथ ही ये भी देखें कि उनकी मूर्ति बायीं ओर सूंड वाली ही होनी चाहिए। इस तरह की मूर्ति ज्यादा मंगलकारी मानी जाती है और जातक पर उनकी कृपा बरसती है।
कहां पर करें बप्पा को विराजमान
आप घर में जहां भी भगवान गणेश की मूर्ति को विराजमन करवाना चाहते हैं, वहां पर पहले साफ- सुथरा लाल कपड़ा जरूर बिछा लें। इस तरह का लाल आसन सुख- समृद्धि का कारक होता है। इसके बाद उस पर भगवान गणेश की प्रतिमा को विराजमान करें।
पूजा का शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी की पूजा का शुभ मुहूर्त 8 सितंबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 9 मिनट पर हो शुरु होकर 19 सितंबर 2023 को दोपहर 3 बजकर 13 मिनट तक रहेगा।