अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को खास बनाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धरती की जन्नत में मौजूद हैं। वह इस समय श्रीनगर में मौजूद हैं जहां उन्होंने आम जनता के साथ योग किया। उन्होंने श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में 'युवाओं का सशक्तिकरण, जम्मू-कश्मीर में बदलाव' कार्यक्रम का नेतृत्व कर वहां का पूरा माहौल ही बदल दिया।
योग करने के बाद प्रधानमंत्री का अलग ही अंदाज देखने को मिला, उन्होंने कश्मीरी महिलाओं के साथ कुछ बातें की और इस पल को यादगार बनाने के लिए सेल्फी भी क्लिक की। मोदी को अपने बीच पाकर वह महिलाएं बेहद खुश थी। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा- डल झील में अद्वितीय जीवंतता है।
दरअसल प्रधानमंत्री आज सुबह 7,000 से अधिक लोगों के साथ डल झील के किनारे योग करने वाले थे, लेकिन बारिश के कारण कुछ बदलाव करने पड़े। इसके बाद उन्होंने SKICC हॉल में योगासन किया। साथ ही जनता को संबोधित करते हुए लोगों को योग के बारे में प्रेरित किया। उन्होंने कहा- योग ने लोगों को यह महसूस कराने में मदद की है कि उनका कल्याण उनके आसपास की दुनिया के कल्याण से जुड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री ने कहा- ‘‘जब हमारा चित्त शांत रहता है तब हम दुनिया पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं... योग समाज में सकारात्मक बदलाव के नए तरीके बना रहा है।'प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2014 में हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की घोषणा की थी।
दिसंबर 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) का योग दिवस प्रस्ताव प्रधानमंत्री मोदी की पहल पर आया था और इसे सर्वसम्मति से पारित किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी साल 2015 से हर साल योग दिवस पर आयोजित समारोहों का नेतृत्व करते रहे हैं। उन्होंने दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून, रांची, लखनऊ, मैसूर और यहां तक कि न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय सहित विभिन्न प्रतिष्ठित स्थानों पर योग दिवस समारोहों का नेतृत्व किया है।