हमारे पितृसत्तात्मक समाज में सिर्फ शादी के रीति-रिवाज ही नहीं बल्कि सभी शुभ कार्य पुरुष पंडित के हाथों करवाए जाते हैं। आपने कभी भी कोई महिला पंडित नहीं देखी होगी लेकिन अब जमाना धीरे-धीरे बदल रहा है। हाल ही में एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने ट्वीटर अकाउंट से एक तस्वीर शेयर की है जो #GenerationEquality की उदाहरण पेश कर रही हैं। दरअसल, उनकी तस्वीर में शादी एक महिला पंडित करवाती दिख रही हैं।
महिला पंडित ने करवाई दीया की शादी
हिंदू धर्म में अक्सर किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या शादी-ब्याह में पुरुष पंडित ही पूजा व मंत्रों का उच्चारण करता हैं लेकिन दीया ने ट्रेंड को तोड़ दिया गया और महिला पंडित शीला अत्ता के हाथों शादी संपन्न करवाई। उन्होंने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि इस बात का अभिमान है कि हम साथ में बदलाव में भागीदार बन सकते हैं। #RiseUp #GenerationEquality।
कौन है शीला उत्ता?
बता दें कि शीला अत्ता एक महिला पंडिताईन है जो इससे पहले भी कई शादीयां करवा चुकी हैं। हालाकि, भारत में महिला पुजारियों की यह अवधारणा नई नहीं है लेकिन बॉलीवुड शादी में निश्चित रूप से ऐसा पहली हुआ है। इस साल की शुरुआत में, फरवरी में, चेन्नई में एक महिला पुजारी ने हिंदू रीति-रिवाजों और धार्मिक प्रथाओं का पालन करते हुए एक शादी रचाई थी।
नंदिनी भौमिक भी बदल रही समाज की सोच
उन्हीं की तरह कोलकत्ता की रहने वाली नंदिनी भौमिक भी एक पंडिताईन की तरह पिछले 10 सालों से शादियां करवा रहीं हैं। पहली महिला पंडित के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली नंदिनी बंगाल की रहने वाली हैं। हालांकि वह पेशे से संस्कृत की प्रोफेसर और नाटक कलाकार हैं।
उनका शादी करवाने का तरीका बाकी पंडितों से थोड़ा अलग है क्योंकि वो कन्यादान की रस्म नहीं करवाती। दरअसल, उनका मानना है कि कन्या कोई दान करने की वस्तु नहीं है। यही नहीं, नंदिनी श्लोकों का अनुवाद करने के साथ कपल्स को उनका अर्थ भी समझाती है। नंदिनी के साथ 3 महिलाएं जुड़ी हुई हैं जिन्होंने 'शुभमस्तु' ग्रुप बनाकर लोगों की सोच बदलने का काम शुरू किया है।
पंडित नहीं मिला तो महिला SI ने करवाई शादी
वहीं, लॉकडाउन के दौरान भी एक ऐसी ही अनोखी ही शादी देखने को मिली थी, जहां एक महिला SI दंपत्ति की शादी करवा रही थी। दरअसल, मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में एक दंपत्ति ने शादी के परमिश ले ली थी लेकिन लॉकडाउन के कारण कोई पंडित नहीं मिल रहा था। ऐसे में उन्होंने गश्त कर रही महिला SI ने शादी करवाने के लिए कहा।
उन्होंने कुछ मंत्रों का उच्चारण शुरू किया और जो मंत्र नहीं आते थे उन्हें गूगल 'विवाह पद्धति' से देख लिया। हवन कुंड नहीं था तो उन्होंने दीपक जलवाकर सात फेरे करवाए। इस तरह उन्होंने कानून का पालन करते हुए वर-वधु की शादी संपन्न करवाई।