22 NOVFRIDAY2024 2:35:15 AM
Nari

थूक या खांसी ही नहीं, बातचीत से भी फैल सकता है Coronavirus

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 24 Jan, 2021 12:28 PM
थूक या खांसी ही नहीं, बातचीत से भी फैल सकता है Coronavirus

जहां भारत में कोरोना को खत्म करने के लिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है वहीं शोधकर्ता वायरस से जुड़े नए जोखिमों का खुलासा कर रहे हैं। हाल ही में हुए एक अध्ययन में सामने आया कि कोरोना वायरस बीतचीत करते हुए भी फैल सकता है। आइए आपको बताते हैं कि क्या है कोरोना से जुड़ा यह नया शोध...

1 सेकंड में 2 मी. तक जा सकता है वायरस

अध्ययन के मुताबिक, कोरोना वायरस के एयर ड्राप्लेट्स बातचीत के जरिए संचरण होकर 1 सेकंड में 2 मीटर दूरी तक जा सकते हैं। छोटी जगहों पर वायरस फैलने का खतरा अधिक है क्योंकि वहां वायरस अधिक दूरी तक जा सकता है।

PunjabKesari

घर पर भी मास्क पहनना जरूरी

शोधकर्ताओं ने जगह के हिसाब और घर के अंदर मौजूद लोगों की संख्या के आधार पर कोरोना संक्रमण का खतरा पता लगाने के लिए गणितीय मॉडल का इस्तेमाल किया। साथ ही उन्होंने समीक्षा में कहा है कि घर में भी लोगों को मास्क पहनकर रखना चाहिए।

ज्यादा खतरनाक है कोरोना के छोटे एयर ड्रॉपलेट्स

मुंह से निकले छोटे एयर ड्रॉपलेट्स को कफ के बड़े एयर ड्रॉपलेट्स से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। अध्ययन के मुताबिक, हवादार स्थान पर मास्क पहने बिना जब 2 लोग आपस में बात करते हैं तो कोरोना वायरस फैलने का खतरा अधिक रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मास्क पहने बिना जब मुंह से छोटे ड्रॉपलेट्स निकलते हैं वो हवा में मिलाकर पर्याप्त वेंटिलेशन के बिना अधिक दूरी तक फैल सकते हैं। जबकि खांसी करते समय निकले बड़े एयर ड्रॉपलेट्स फर्श पर गिर जाते हैं।

PunjabKesari

हवा में 30 मिनट तक मौजूद रहते हैं कोरोना के कण

खांसी के बाद हवा में ड्रॉपलेट्स की संख्या 1 से 7 मिनट बाद कम हो जाती है जबकि बोलने से निकले ड्रॉपलेट्स कम से कम 30 मिनट तक हवा में रहते हैं। निष्कर्ष के मुताबिक, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग काफी नहीं है बल्कि इसके लिए मास्क पहनकर रखना और पर्याप्त वेंटिलेशन भी जरूरी है।

PunjabKesari

ऐसे में कोरोना से बचने के लिए सिर्फ वैक्सिंग पर भरोसा करना ही काफी नहीं बल्कि मास्क पहनना, सोशल डिस्टेसिंग, हाथों को बार-बार धोना जैसे नियमों का पालन भी जरूरी है।

Related News