हर महिला अपनी पीरियड्स की जर्नी को पैड्स के साथ शुरु करती है क्योंकि ये इस्तेमाल करने में बहुत ही आसान होता है। लेकिन इसके अलावा भी पीरियड्स ब्लड को अब्जॉर्ब करने के लिए बाजार में टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप जैसे प्रोडक्ट्स हैं। टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप को ब्लड अब्जॉर्ब करने के लिए वैजाइना में अंदर फिट किया जाता है। ये काफी सॉफ्ट होते हैं, हालांकि सब इन्हें इस्तेमाल करने का सही तरीका नहीं जानते हैं, इसलिए इसे कम ही खरीदते हैं। ये सेफ है या नहीं, इसको लेकर भी महिलाओं के मन में कई सारे सवाल होते हैं। तो आइए आज हम इन्हीं सवालों का जवाब देते हैं और आपको बताते हैं Menstrual Cup, सैनिटरी पैड और टैम्पोन के बारे में विस्तार से और ये भी की Periods के लिए कौन है बेहतर और क्यों?
सैनिटरी पैड
सैनिटरी पैड कॉटन या बाकी अब्जॉर्बेंट मटेरियल से बना होता है। इसे आप एक बार ही इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि ये सबसे अल्टेरनेटिव है क्योंकि इसे इस्तेमाल करने के लिए इन्सर्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती है। टैम्पोन के तुलना में सैनिटरी पैड के इस्तेमाल करने से ये फायदे मिलते हैं।
सैनिटरी पैड के फायदे
TSS का कोई जोखिम नहीं
टैम्पोन की तुलना में, सैनिटरी पैड में TSS (Toxic shock Syndrome टैम्पोन के इस्तेमाल होने वाला इंफेक्शन है) का कोई खतरा नहीं होता है, जिसका मतलब है कि चिंता कम है।
इस्तेमाल करने में आसान
सेनेटरी पैड का इस्तेमाल आसान होता है। वे अपने चिपचिपे भाग के चलते अपनी जगह में रहते हैं, जो अंडरगारमेंट्स पर चिपक जाता है। ज्यादातर महिलाओं की पहली पसंद पैड ही है क्योंकि इसका इस्तेमाल करना आसान होता है।
लंबे समय तक रहता है लीकेज से बचाव
आजकल बाजार में बहुत लंबे और मोटे पैड उपल्बध है जो खास लंबे समय तक ब्लड absorb करने के लिए बनाएं जाते हैं।
आसानी से उपलब्ध
महिलाओं को सैनिटरी पैड आसानी से ज्यादातर दुकानों और फार्मेसी में मिल जाते हैं।
सैनिटरी पैड के नुकसान
असहज महसूस हो सकता है
पैड के लंबे समय तक इस्तेमाल से जलन, लालिमा और चकत्ते जैसी समस्याएं हो सकती हैं। वहीं इससे प्राइवेट पार्ट में हवा की गति को बाधित कर सकता है, जिससे बैक्टीरिया संक्रमण और त्वचा संबंधी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं अगर इसे समय-समय पर बदला न जाए तो ब्लड से गीलापन और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं जिससे असुविधा महसूस होती है।
खुलकर चलने फिरने में असुविधा
सेनेटरी पैड लीक हो सकते हैं और चलने में असुविधाजनक हो सकते हैं, इस वजह से सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करते हुए कोई ज्यादा हिलने- डुलने वाला काम नहीं किया जा सकता है।
कचरे की वजह बनता है सैनिटरी पैड
सेनेटरी पैड कचारे की बहुत बड़ी वजह है, क्योंकि इसको सिर्फ एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है।
मेंस्ट्रुअल कप
मेंस्ट्रुअल कप एक रियूजेबल प्रोडक्ट है। ये रबर या सिलिकॉन से बना एक छोटा, फ्लेक्सिबल कीप शेप का कप होता है, जिसे पीरियड्स के ब्लड को अब्जॉर्ब करने के लिए वैजाइना में डाला जाता है। मेंस्ट्रुअल कप बाकी पीरियड प्रोडक्ट्स की तुलना में ज्यादा ब्लड स्टोर कर सकते हैं। आप एक कप को 12 घंटे तक पहन सकते हैं। हालांकि अगर पीरियड्स ब्लड का फ्लो ज्यादा है तो इसे बदलने की जरूरत पड़ सकती है।
मेंस्ट्रुअल कप के फायदे
किफायती है मेंस्ट्रुअल कप
मेंस्ट्रुअल कप बजट के अनुकूल हैं। आप रियूज़ेबल मेंस्ट्रुअल कप के लिए सिर्फ एक बार भुगतान करते हैं, जबकि टैम्पोन और पैड को बार-बार खरीदना पड़ता है।
ज्यादा ब्लड स्टोर होता है स्टोर
मेंस्ट्रुअल कप में सैनिटरी पैड में ज्यादा ब्लड को स्टोर किया जा सकता है। इसे आप लंबे समय तक प्राइवेट पार्ट में लगाकर बेफ्रिक हो सकती हैं।
पर्यावरण का नहीं होता नुकसान
ये पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। रियूज़ेबल मेंस्ट्रुअल कप लंबे समय तक चल सकते हैं।
मेंस्ट्रुअल कप के नुकसान
मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल नहीं है आसन
मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल आसान नहीं है, इसे प्राइवेट पार्ट में ठीक से लगाना और हटाना बहुत ही मुश्किल है। आपको यह समझने में कुछ समय लग सकता है कि ये कैसे ठीक से काम करता है।
साफ- सफाई की होती है जरूरत
हटाने के बाद कप को ठीक से साफ करना बहुत जरूरी है। हर इस्तेमाल के बाद कप को गर्म पानी या क्लींजर से धोना चाहिए वरना इंफेक्शन का खतरा रहता है। ये बीमारी का भी कारण बन सकते हैं ।
टैम्पॉन
टैम्पॉन सैनिटरी पैड का एक और विकल्प है। यह डिस्पोज़ेबल प्रोडक्ट है जिसे अब्सॉर्बेंट मटेरियल से बनाया जाता है। यह छोटे, बेलन जैसे आकार में होता है जो प्लग की तरह वजाइना में फिट हो जाता है और ब्लड को सोख लेता है। टैम्पोन के सिरे पर एक डोरी लगी होती है, जिससे इसे इस्तेमाल करने के बाद निकालना आसान हो जाता है।
टैम्पोन के फायदे
आरामदायक है टैम्पोन
टैम्पोन को पैड की तुलना में ज्यादा कंफर्टेबल माना जाता है, क्योंकि ये सीधे प्राइवेट पार्ट में डाला जाता है। टैम्पोन पैड की तरह हिलने पर मूवमेंट नहीं करता, पैड अक्सर अपनी जगह से हिल जाते हैं, लेकिन टैम्पोन के साथ ऐसा नहीं होता है।
लिकेज की संभावना होती है कम
पैड की तुलना में टैम्पोन ज्यादा कनविनिएंट होता है, क्योंकि ये कपड़ों के बाहर से दिखाई नहीं देता है। वहीं टैम्पोन से लिकेज की संभावना भी कम होती है। हालांकि इन्हें ठीक से फिट किया जाना चाहिए और समय-समय बदला जाना चाहिए।
लंबे समय तक करता है ब्लड अब्जॉर्बेंस
टैम्पोन की अब्जॉर्बेंस कैपिसिटी अच्छी होती है। इसे वैसे 8 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन ये ब्लड क्वांटिटी पर निर्भर करता है। अगर आपका ब्लड फ्लो ज्यादा है तो आपको इसे 8 घंटे से पहले बदलने की जरूरत पड़ सकती है।
आखिर सैनिटरी पैड, टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप से क्या है बेहतर ऑप्शन
हर ऑप्शन के अपने फायदे और नुकसान होते है। हो सकता है जो विकल्प एक महिला के लिए अच्छा है, हो सकता है वो दूसरी के लिए इतना अच्छा लिए इतना अच्छा न हो। पीरियड्स कप, टैम्पोन और पैड के बीच चयन व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर भी निर्भर करता है। यदि आप छोटी, कम दिखाई देने वाली विधि पसंद करते हैं तो टैम्पोन अच्छा ऑप्शन है। वहीं अगर आप ज्यादा झंझट पसंद नहीं करते हैं तो सैनिटेरी पैड आपके लिए सही है।