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Janmashtami: जन्माष्टमी की रात कैसे करवाएं लल्ला को स्नान?

  • Edited By neetu,
  • Updated: 27 Aug, 2021 11:58 AM
Janmashtami: जन्माष्टमी की रात कैसे करवाएं लल्ला को स्नान?

इस साल जन्माष्टमी का पावन त्योहार 30 अगस्त 2021 को पड़ रहा है। ऐसे में लोग श्रीकृष्ण का श्रृंगार, भोग, पूजा खासतौर पर करते हैं। कई लोग इस त्योहार पर व्रत भी रखते हैं। मान्यता है कि श्रीकृष्णा जन्म रात 12 बजे हुआ था। ऐसे में आप भी इनकी पूजा रात 12 बजे ही करें। इसके साथ ही पूजा दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखने व कुछ काम करने से श्रीकृष्ण की असीम कृपा मिलती है। चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...

12 बजे श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएं

मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म ठीक रात 12 बजे हुआ था। ऐसे में आप भी रात 12 बजे नार वाले खीरे को सिक्की से काट कर बाल स्वरूप कृष्णा जी का जन्म करवाएं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, नार वाला खीरा देवकी मां के गर्भ का प्रतीक कहलाता है।

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शंख में दूध डालकर करें अभिषेक

श्रीकृष्ण के जन्म के बाद शंख में दूध भरकर उनका अभिषेक करें। आप दूध, दही, घी, गंगाजल और शहद (पंचामृत) से भी भगवान जी को स्नान करवा सकती है।

सुंदर वस्त्र पहनाएं

इसके बाद कान्हा जी को सुंदर व मुलायम कपड़े पहनाएं। सिर पर मोरपंख लगा हुआ मुकुट पहनाकर झूले पर बिठाएं।

पीले रंग का श्रृंगार

भगवान श्रीकृष्ण को पीला रंग अतिप्रिय है। ऐसे में उन्हें पीले रंग के कपड़े पहनाएं। इसके साथ ही उन्हें पीला चंदन, पीले फूल चढ़ाएं। कृष्णा जी को हरसिंगार, पारिजात या शेफाली के फूल अतिप्रित है। इसलिए उन्हें ये फूल जरूर अर्पित करें।

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बांसुरी

श्रीकृष्ण को बांसुरी अतिप्रिय है। ऐसे में नन्हें बाल गोपाल को पूजा दौरान बांसुरी जरूर अर्पित करें।

माखन और मिश्री का भोग

कान्हा को तैयार करने के बाद माखन और मिश्री में तुलसी मिलाकर भोग लगाएं। आप खीर, पंजीरी, पेड़े आदि चीजों का भी कान्हा को भोग लगा सकती है। मगर इस बात का ध्यान रखें कि तुलसी के बिना श्रीकृष्ण का भोग अधूरा माना जाता है। ऐसे में उनके भोग में तुलसी का पत्ता शामिल करना ना भूलें।

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दान करें

इस शुभ दिन पर धार्मिक स्थल पर जाकर जरूरतमंदों, गरीबों को फल, अनाज, पैसों का दान करें।

बच्चे को अपनी उंगली से माखन और मिश्री चटाएं

इस शुभ दिन 1 से 5 साल तक के बच्चे को अपनी उंगली से माखन और मिश्री चटाएं। ऐसा करने से आपको कान्हा को भोग लगाने का एहसास होगा।

गाय-बछड़े की प्रतिमा घर लाएं

जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर गाय-बछड़े की प्रतिमा घर पर लाकर पूजास्थल में स्थापित करें। साथ ही रोजाना इनकी पूजा करें। भगवान श्रीकृष्ण गायों को चराने वाले थे। ऐसे में उनका गाय से विशेष लगाव होने से आपपर और आपके घर पर श्रीकृष्ण की असीम कृपा रहेगी।

गाय की सेवा करें

अगर आपके घर के आसपास कोई गाय है तो इउसे रोटी खिलाकर उनका आशीर्वाद लें।

 

 

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