शादी-ब्याह या किसी खास मौके पर मेहंदी लगवाना शुभ माना जाता है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को मेहंदी ना लगाने की सलाह दी जाती है। बड़े-बुजुर्ग गर्भवती महिलाओं को सिर्फ हाथों-पैरों पर ही नहीं सिर पर भी मेहंदी ना लगाने की सलाह देते हैं। चलिए जानते हैं इसपर क्या है एक्सपर्ट की राय?
प्रेगनेंसी में मेहंदी लगा सकते हैं या नहीं
एक्सपर्ट की मानें तो प्रेगनेंसी में मेहंदी लगाने का नुकसान नहीं लेकिन आजकल मार्केट में मिलने वाली मेहंदी में केमिकल्स मिलाए जाते हैं , ताकि उसका रंग गहरा चढ़े। मगर, मेहंदी को गाढ़ा बनाने वाले ये केमिकल्स भ्रूण में पल रहे शिशु के लिए सही नहीं है। ऐसे में अगर प्रेगनेंसी में मेहंदी लगवाना भी चाहती हैं तो वो नेचुरल होने चाहिए।
केमिकल वाली मेहंदी से हो सकते हैं ये नुकसान
. कई बार केमिकल्स वाली मेहंदी से एलर्जी होने का डर रहता है इसलिए पहले उसे अच्छी तरह जांच लें।
. ध्यान रखें कि रात को मेहंदी ना लगाएं क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है, जिससे भ्रूण को नुकसान पहुंच सकता है।
प्रेगनेंसी में क्यों नहीं लगाते मेहंदी ?
अगर आपको या गर्भ में पल रहे शिशु को नीचे लिखी प्रॉब्लम्स है तो मेहंदी लगाने से बचें...
. हाइपरबिलिरूबिनिमिया (खून में बिल्रूबिन की मात्रा बढ़ना)
. शरीर में ग्लूकोज-6 फास्फेट डिहाइड्रोजेनेस एंजाइम की कमी
. एनीमिया यानि शरीर में खून की कमी
. खून या इम्यून सिस्टम से संबंधी समस्या होना
कैसे पहचानें कि मेहंदी है नकली?
. इस दौरान शुद्ध हिना वाली मेहंदी का ही इस्तेमाल करें। आप चाहे तो घर पर भी पत्ते पीसकर मेहंदी बना सकते हैं।
. शुद्ध मेहंदी का रंग इससे लाल, नारंगी, भूरा, कॉफी या चॉकलेटी आता है। अगर मेहंदी काली चढ़े तो समझ लें कि उसमें केमिकल्स हैं।
. नेचुरल मेहंदी का रंग 1 से 4 हफ्तों के बीच फीका पड़ता है जबकि केमिकल्स वाली मेहदी जल्दी निकलना शुरू हो जाती है।
क्या बालों में मेहंदी लगाना सुरक्षित है?
जी हां, इस दौरान एक्सपर्ट भी बालों में मेहंदी लगाने से मना करते हैं क्योंकि इससे भ्रूण को नुकसान हो सकते हैं लेकिन आप स्किन पर मेहंदी लगा सकती हैं। गर्भवती महिलाओं को 9 महीनें तक केमिकल्स वाली चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।