बच्चे जैसे-जैसे बड़े होने लगते हैं और चलना शुरु करते हैं तो कोई भी सामने दिखने वाली चीज उठाकर मुंह में डाल लेते हैं। लेकिन यह चीजें उनकी जान को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। कुछ ऐसा ही इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी छाया है जिसमें यह देखा जा सकता है बच्चे ने बटन बैटरी निगल ली है जिसके कारण उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इस वीडियो में बताया कि बच्चे ने बटन बैटरी को 30 सैकेंड तक अपने मुंह में रखा जिसके बाद उसके शरीर में बैटरी का जहर फैल गया है। इसके बाद बच्चे के कई सारी सर्जरी हुई हैं उसे अस्पताल में भी रखा गया है जहां उसके टेस्ट किए जा रहे हैं। अभी भी बच्चे को कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं और उसे रिक्वर होने में भी समय लगेगा। ऐसे में अगर आपके घर में भी छोटे बच्चे हैं तो उन्हें बटन बैटरी से आप कैसे बचा सकते हैं आज आपको इसके बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं....
बच्चों के लिए बेहद खतरनाक है बैटरी बटन
बैटरी बटन बच्चों के लिए बहुत ही खतरनाक है। इसे चबाने के कारण उन्हें जलन हो सकती है और उनके ऊपरी पाचन तंत्र में टिश्यू पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं। जब बच्चे बैटरी को गलती ने निगल जाते हैं तो यह उनकी खाने वाली नली में फंस जाती है। इसके कारण उनकी नली में छेद भी हो सकता है। बैटरी ने निकलने वाली एनर्जी लार के साथ रिएक्ट करके कॉस्टिक सोडा बनाती है। कॉस्टिक सोडा एक ऐसा कैमिकल है जिसका इस्तेमाल चोक की नालियों को खोलने के लिए किया जाता है। यह खाने की नली के जरिए धमनी में जा सकता है और इससे इंटरनल ब्लीडिंग होने लगती है जो मौत का कारण बनती हैं।
बैटरी निगलने पर बच्चे में दिखते हैं ये लक्षण
. खून की उल्टी आना
. बीमार होना
. सुस्ती होना
. अचानक से खांसी आना
. छाती या गले में दर्द महसूस होना
. ठोस चीजें न खा पाना
. भूख कम लगना।
शहद आएगा काम
एक्सपर्ट्स के अनुसार, यदि आपके बच्चे ने बैटरी निगल ली है तो उसे शहद दें। बैटरी के कारण होने वाले नुकसान के लिए शहद फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आपको लग रहा है कि बच्चे ने बैटरी निगली है तो उसे अस्पताल ले जाते समय हर 10 मिनट में 10 मिली शहद खिलाएं। परंतु यदि बच्चे की उम्र 1 साल से ज्यादा है तो ही उसे शहद दें। शहद बैटरी इंजेक्शन से जुड़े टिश्यू के पीएच बढ़ाता है। लेकिन शहद के अलावा बच्चे को बिना डॉक्टर के दिखाए कुछ न खिलाएं।
ये तरीके भी आएंगे काम
. अगर आपको लगता है कि बच्चे ने बैटरी निगली है तो आप उसे पानी पीने के लिए दे सकते हैं।
. इसके अलावा बच्चे को ब्रेड का टुकड़ा खाने के लिए दे। ब्रेड उस फंसी हुई बैटरी पर अटक सकता है जिससे मुंह के अंदर बनने वाली लार के कारण एंजाइम उस निगली हुई चीज को बाहर निकालने में मदद करेगा।
. अगर बच्चा खांस रहा है तो उसकी गर्दन को नीचे की ओर लटकाते हुए अपनी जांघों पर सुलाएं। इसके बाद बच्चे की पीठ को जोर से थपथपाएं।
इस बात का भी रखें ध्यान
इसके अलावा बच्चो को बैटरी निगलने से बचाने का सबसे सही तरीका है कि बैटरी को घर में इधर-उधर न रखें जहां बच्चा इसको आसानी से ले सके। बैटरी निगलने पर तुंरत उसे डॉक्टर के पास लेकर जाएं। जैसे-जैसे बच्चे बड़े हो रहे हैं उन्हें किसी भी गैजट्स से दूर ही रखे।