दुनिया भर में करोड़ों लोग कैंसर से पीड़ित हैं। भारत में हर साल लगभग 15 लाख नये कैंसर के मामले सामने आते हैं, और हर साल लगभग आठ लाख भारतीय कैंसर के कारण अपनी जान गंवा देते हैं, हालांकि पिछले कुछ समय से इस बीमारी से पीड़ित लोगों के बचने की दर में भी वृद्धि हुई है। इसी बीच एक राहत भरी खबर आई है, वैज्ञानिकों ने एक ऐसा टेस्ट खोज निकाला है जो पहले ही कैंसर को लेकर अलर्ट कर देगा।
कैंसर रोगियों को देखभाल जरुरी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुमान के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 34 प्रतिशत कैंसर रोगियों को देखभाल की आवश्यकता होती है, जिसमें लक्षणों को कम करने, दर्द प्रबंधन, उपचार से पहले और बाद में घर पर देखभाल, पोषण चिकित्सा, भौतिक चिकित्सा, विश्राम तकनीक और आध्यात्मिक परामर्श आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। अब ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने एक "अति-संवेदनशील" नया रक्त परीक्षण विकसित किया है जो कई साल पहले ही यह अनुमान लगा सकता है कि कैंसर वापस आएगा या नहीं।
करोड़ों महिलाओं की बच सकती है जान
दुनिया भर में ब्रेस्ट कैंसर सबसे आम बीमारी है, 2020 में 2.26 मिलियन महिलाओं में इसका निदान किया गया और उसी वर्ष 685,000 मौतें हुई। अब ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने अल्ट्रा ब्लड सेंसिटिव टेस्ट की खोज की है, जिससे कई साल पहले ब्रेस्ट कैंसर का पता चल जाएगा। यह बताएगा कि क्या भविष्य में मरीज को फिर से ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है या नहीं? इससे ट्रीटमेंट पहले ही शुरू कर लाखों महिलाओं की जान बचाई जा सकती है।
15 महीने पहले ही दिख जाएंगे लक्षण
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार इस ब्लड टैस्ट से पता चल जाएगा कि ब्रेस्ट कैंसर को हरा चुके मरीज को भविष्य में फिर ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है या नहीं। ये नया टेस्ट ट्यूमर के डीएनए के निशान की पहचान करता है। ब्रेस्ट कैंसर सेल्स सर्जरी और दूसरे ट्रीटमेंट के बाद भी शरीर में बनी रह सकती हैं। स्कैन में इनका पता नहीं चल पाता। इलाज के कई साल बाद ये सेल्स कैंसर के दोबारा उभरने का कारण बन सकती हैं । दावा किया जा रहा है कि अल्ट्रा ब्लड टेस्ट के जरिए लक्षण दिखने से 15 महीने पहले ही कैंसर का पता लगाया जा सकता है।