तुलसी का भारतीय घर में धार्मिक महत्व तो है ही लेकिन क्या आपको पता है कि ये एक औषधि भी है। आज भी हमारी दादी मां- नानी मां भी सर्दी- खांसी या कोई भी वायरल होने पर तुलसी का काढ़ा आदि पीने की सलाह देती हैं। बता दें तुलसी की पत्तियों में एंटी- बैक्टीरियल, एंटा- सेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेद की मानें तो ये कई बीमारियों का इलाज है। तुलसी के पत्तों को अगर मुंह में रखकर सोया जाए तो सेहत को कई सारे लाभ मिलते हैं। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...
सर्दी- जुकाम से मिलती है राहत
तुलसी की पत्तियों में एंटी- बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो वायरस का जड़ से खत्म कर देते हैं। रातभर इन्हें मुंह में रखकर सोने से सर्दी- जुकाम से राहत मिलती है।
पाचन तंत्र होता है बेहतर
अगर आपको गैस और एसिडिटी की दिक्कत रहती है, तो रोजाना मुंह में तुलसी के 2 पत्ते रखकर सोएं। इससे पाचन तंत्र स्ट्रांग बनेगा।
तनाव से मुक्ति
तुलसी की पत्तियों में भरपूर मात्रा में अडैप्टोजेन होता है, जो स्ट्रेस लेवल को कम करने में मददगार है। तुलसी की पत्तियां नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करती हैं। इसे खाकर सोने से मन शांत होता और बेहद पॉजिटिव महसूस होता है।
सिर दर्द होता है गायब
अगर आपको लगातार सिर में दर्द रहता है और इस वजह से नींद भी नहीं आती है तो अपने मुंह में पत्ते रखकर सोएं। इसमें मौजूद गुण सिर के दर्द को कम करते हैं।
ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल में
जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है उन्हें तुलसी का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे शरीर में इंसुलिन हार्मोन के उत्पादन बढ़ता है और ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है।
इम्यूनिटी होता है बूस्ट
तुलसी की पत्तियों में मौजूद विटामिन सी एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट है। रोजाना इसे मुंह में रखकर सोने से शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।