हर साल भाद्र मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया है। यह पर्व खासतौर पर महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के लोग श्रद्धा व धूमधाम से मनाते हैं। पूरे 10 दिनों तक चलने वाले इसे उत्सव में लोग घर पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं। आखिर दिन यानि अन्नत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन भी धूमधाम से किया जाता है। मगर वास्तु अनुसार, घर पर मूर्ति रखने के साथ इसे खरीदने के भी कुछ नियम होते हैं।
चलिए आज हम आपको गणेश जी की मूर्ति खरीदने से जुड़ी खास बातें बताते हैं। ताकि आपको पूजा का पूरा फल मिल सके।
मिट्टी की हो मूर्ति
आपको बाजार में अलग-अलग तरह की मूर्ति मिलेगी। ऐसे में इसे पीओपी या केमिकल वाली ना खरीदें। इससे वातावरण को नुकसान झेलना पड़ता है। इसकी जगह पर मिट्टी की मूर्ति की स्थापना करें।
नृत्य करती मूर्ति न लाएं घर
गणेश जी की नृत्य करती मूर्ति घर पर लाने या किसी को गिफ्ट करने की गलती ना करें। वास्तु अनुसार, इससे घर में क्लह-क्लेश बढ़ता है। साथ ही जिसे गिफ्ट की हो उससे भी अनबन हो सकती है।
बाईं ओर हो सूंड
गणेश जी की मूर्ति खरीदने समय इस बात का ध्यान रखें कि सूंड बाईं ओर हो। असल में, दाईं ओर सूंड वाले गणपति की पूजा करने में विशेष नियमों का पालन करने की जरूरत होती है।
संतान प्राप्ति के लिए लाएं ऐसी मूर्ति
नवविवाहित जोड़ा या फिर संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपति इस साल गणेश चतुर्थी पर उनकी बाल रूप की मूर्ति घर लाएं। वास्तु अनुसार, इससे माता-पिता का सम्मान करने वाली संतान प्राप्त होती है।
कारोबार व नौकरी संबंधी समस्या दूर करने के लिए
जो लोग नौकरी व कारोबार संबंधी समस्या में है वे गणेश जी की सिंदूरी स्वरूप की फोटो या मूर्ति घर व कार्यक्षेत्र पर लगाएं। मान्यता है कि इससे कारोबार व नौकरी संबंधी समस्याएं दूर होकर तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
बैठी मुद्रा में गणेश मूर्ति
घर पर गणेश जी की मूर्ति स्थापना करने के लिए ध्यान करें कि प्रतिमा बैठी मुद्रा में हो। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसी मूर्ति की पूजा करने से लाभ मिलता है। साथ ही जीवन की समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही अगर आप अपने कार्यक्षेत्र में बप्पा की मूर्ति स्थापित करने वाले है तो ध्यान रखें कि गणेश जी की प्रतिमा खड़ी हुई हो।
घर की इस जगह मूर्ति स्थापना से बचें
प्रथम पूजनीय गणेश जी की मूर्ति को घर के बाथरूम की दीवार पर स्थापित करने से बचें। इसके साथ मूर्ति को बेडरूम में भी रखने की गलती ना करें। वास्तु अनुसार, इन जगहों पर मूर्ति स्थापना करना अशुभ माना जाता है। इससे वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ सकता है।
ऐसी मूर्ति लाएं
मूषक गणेश जी की वाहन है। ऐसे में इस बात का ध्यान रखें कि इनकी मूर्ति के साथ मूषक जरूर हो। नहीं तो पूजा करने से दोष लग सकता है। इसके साथ ही ऐसी मूर्ति खरीदें जिसपर गणपति बप्पा के एक हाथों में पाश और अकुंश हो।
इस बात का भी रखें ध्यान
गणेश जी सुख-समृद्धि के दाता है। ऐसे में बेटी की शादी होने पर उसे गलती से भी गणेश जी की मूर्ति ना लें। माना जाता है कि ऐसा करने से घर की सुख-समृद्धि भी उसके साथ चली जाती है।