सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने ऐलान किया कि गर्भाशय ग्रीवा (सर्विकल) कैंसर की रोकथाम के लिए पहला स्वदेश विकसित ‘क्वाड्रीवैलेंट’ ह्यूमन पैपिलोमा वायरस’ (एचपीवी) टीका जल्द ही 200 से 400 रुपये के किफायती दाम पर लोगों के लिए उपलब्ध हो जाएगा।
किफायती होगा टीका
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह टीकों की वैज्ञानिक प्रक्रिया पूरी होने की घोषणा करते हुए कहा कि टीका किफायती होगा और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि यह आमजन को उपलब्ध हो। वैज्ञानिक प्रक्रिया पूरी होने का अर्थ है कि टीके से संबंधित अनुसंधान एवं विकास कार्य पूरा हो चुका है और अब अगला चरण उसे आमजन के लिए उपलब्ध कराना है।
आम जनता को जल्द मिलेगा ये टीका
पूनावाला ने कहा- गर्भाशय ग्रीवा कैंसर का टीका किफायती होगा और यह 200 से 400 रुपये में उपलब्ध होगा। बहरहाल, अंतिम कीमत अभी तय नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि उनकी योजना 20 करोड़ खुराक तैयार करने की है और पहले भारत में टीका उपलब्ध कराया जाएगा और उसके बाद ही इसे अन्य देशों की जरूरतें पूरी करने के लिए उसे निर्यात किया जाएगा।
क्या है सर्वाइकल कैंसर
भारत में गर्भाशय ग्रीवा कैंसर 15 से 44 वर्ष के आयु वर्ग की महिलाओं में दूसरा सर्वाधिक संख्या में पाया जाने वाला कैंसर है। सर्वाइकल कैंसर विकासित देशों में महिलाओं में सबसे आम स्त्रीरोग कैंसर में से एक है। इस कैंसर से मौत का आंकड़ा भी बहुत ही अधिक है।यदि इसका समय पर पता न चल पाए तो यह शरीर के बाकी हिस्सों में जैसे- पेट, लीवर, यूरीनरी ब्लैडर या फिर फेफड़ों में भी फैल सकता है। एक सर्वे के मुताबिक, भारत में सर्वाइकल कैंसर से हर 8 मिनट में एक महिला की मृत्यु हो जाती है, जिसका सबसे बड़ा कारण जागरूकता की कमी है।
सर्वाइकल कैंसर के कारण
. गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन करना
. अल्कोहल और सिगरेट पीना
. एचपीवी संक्रमण के कारण
. ह्यूमन पैपीलोमा वायरस
. कम उम्र में मां बनना
. बार-बार प्रेग्नेंट होना
. असुरक्षित यौन संबंध बनाना
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण
- पीरियड्स अनियमित
- असामान्य रक्तस्राव
- व्हाइट डिस्चार्ज
- बार-बार यूरिन आना
- पेट के निचले हिस्से व पेडू में दर्द या सूजन
- बुखार, थकावट
- भूख न लगना
- वैजाइना से लाइट पिंक जेलनुमा डिसचार्ज