नारी डेस्क: भारत में दूध और पनीर को कैल्शियम का प्रमुख स्रोत माना जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी चीज भी है, जो दूध और पनीर से ज्यादा कैल्शियम से भरपूर होती है? वह चीज है तिल (Sesame seeds)। तिल को अपनी डाइट में शामिल करने से न केवल कैल्शियम की भरपूर मात्रा मिलती है, बल्कि इसके और भी कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। इसलिए अगली बार जब आप कैल्शियम की कमी महसूस करें, तो दूध और पनीर के साथ-साथ तिल का सेवन जरूर करें।
तिल में पाए जाने वाले पोषक तत्व
तिल में कैल्शियम की प्रचुर मात्रा होती है। 100 ग्राम तिल में लगभग 975 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है, जो दूध और पनीर से कहीं ज्यादा है। इसके अलावा, तिल में प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, फास्फोरस, और आयरन भी भरपूर मात्रा में होते हैं, जो इसे एक बेहतरीन पोषण का स्रोत बनाते हैं।
तिल खाने के फायदे
हड्डियों को मजबूत बनाना
तिल में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक है। यह हड्डियों की बनावट को बेहतर करता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों को होने से रोकता है। नियमित तिल का सेवन हड्डियों को लचीला और मजबूत बनाए रखता है।
दिल की सेहत
तिल में सेसमिन नामक एक यौगिक पाया जाता है, जो दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। तिल के सेवन से रक्त संचार भी बेहतर होता है, जिससे दिल की सेहत में सुधार होता है।
पाचन तंत्र को सुधारना
तिल में फाइबर की प्रचुर मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है। यह कब्ज, गैस और पेट की अन्य समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर है। फाइबर की वजह से तिल शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है।
त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
तिल का तेल त्वचा को नमी प्रदान करता है और उसे मुलायम तथा चमकदार बनाता है। इसके अलावा, यह बालों को मजबूत और घना बनाने में भी मदद करता है। तिल के तेल से सिर की त्वचा को मसाज करने से बालों का झड़ना कम होता है और उनका विकास तेजी से होता है।
एंटीऑक्सीडेंट गुण
तिल में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं, जो शरीर को फ्री-रेडिकल्स से बचाते हैं और शरीर की कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं। यह बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में मदद करता है और त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है।
तिल का सेवन कैसे करें?
कच्चा तिल
तिल को कच्चा खाया जा सकता है, जिससे सीधे कैल्शियम और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व मिलते हैं। कच्चा तिल शरीर में तुरंत अवशोषित होता है और हड्डियों की मजबूती के लिए बेहतरीन है। इसे सीधे खाने से आप ताजगी महसूस कर सकते हैं और ऊर्जा मिलती है।
भुना हुआ तिल
भुने हुए तिल का स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाते हैं। भुनने से तिल के तेल की गुणवत्ता भी बढ़ जाती है और यह पाचन के लिए अधिक फायदेमंद होता है। भुना तिल खाने से पेट हल्का महसूस होता है और यह ताजगी बनाए रखता है।
तिल का तेल
तिल का तेल न केवल त्वचा और बालों के लिए अच्छा होता है, बल्कि यह पाचन को भी सुधारता है। रोज़ाना खाना पकाने में तिल का तेल उपयोग करने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, साथ ही यह त्वचा को निखारने में भी मदद करता है।
तिल के लड्डू
तिल के लड्डू एक लोकप्रिय और स्वादिष्ट मिठाई होती है, जिसे बनाने में भी आसान होती है। ये लड्डू कैल्शियम, आयरन और अन्य पोषक तत्वों का बेहतरीन स्रोत होते हैं। खासतौर पर सर्दियों में यह शरीर को गर्माहट प्रदान करते हैं।
तिल की चटनी और तिल पट्टी
तिल की चटनी और तिल पट्टी का सेवन कैल्शियम बढ़ाने और अन्य स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। तिल की चटनी को रोटी, चपाती या किसी अन्य व्यंजन के साथ खाया जा सकता है, जिससे डाइट में स्वाद और पोषण दोनों बढ़ते हैं।
सलाद में तिल
सलाद में तिल का टॉपिंग डालने से उसकी पोषक क्षमता बढ़ जाती है, साथ ही यह स्वाद में भी इजाफा करता है। ताजे सलाद में तिल डालने से न केवल कैल्शियम का सेवन बढ़ता है, बल्कि यह त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद होता है।
तिल और अन्य खाद्य पदार्थों से तुलना
दूध और पनीर से कैल्शियम मिलने के बावजूद, तिल में कैल्शियम के अलावा कई अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जैसे प्रोटीन, आयरन, और फाइबर, जो इसे और भी अधिक लाभकारी बनाते हैं। खासकर लैक्टोज इंटॉलरेंस से परेशान लोगों के लिए, तिल एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, क्योंकि इसमें दूध की तरह लैक्टोज नहीं होता।
तिल एक बेहद पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ है, जिसे अपनी डाइट में शामिल करना शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके अद्भुत लाभ जैसे हड्डियों को मजबूत करना, दिल की सेहत को बनाए रखना, पाचन में सुधार, त्वचा और बालों की देखभाल, और एंटीऑक्सीडेंट गुण इसे एक बेहतरीन सुपरफूड बनाते हैं। अगली बार जब आप कैल्शियम की कमी महसूस करें, तो तिल को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।