यदि आप अपने शरीर को डिटॉक्सीफाई करना चाहते हैं, अपनी मांसपेशियों को मजबूत बनाना चाहते हैं तथा तनाव से मुक्ति चाहते हैं तो आप योग करें। योग से चेहरे पर निखार आता है। रोज सुबह प्राणायाम, अलोम विलोम, शीर्षासन, मत्स्य आसान करने से शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं जिससे शरीर की पाचन प्रणाली सामान्य हो जाती है और रक्त का संचार सही हो जाता है। जिससे त्वचा पर कसाव आता है और झुर्रियों से राहत मिलती है।
अगर आप शारीरिक रूप से सुन्दर हैं तो आपका सौन्दर्य चेहरे पर झलकेगा। कुछ योग आसनों के नियमित अभ्यास से आप प्राकृतिक सुन्दरता, दमकती त्वचा तथा शारीरिक आकर्षण पा सकते हैं। भारतीय आर्युवैदिक पद्धति योग के साधारण आसनों के जरिए आप मुफ्त और आसानी से खूबसूरत त्वचा पा सकते हैं।
त्वचा की सुंदरता के लिए करें प्राणायाम
बालों तथा त्वचा के सुंदरता को बनाए रखने में प्राणायाम महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। प्राणायाम से जहां तनाव कम होता है वहीं दूसरी ओर शरीर में प्राण वायू का प्रभावी संचार होता है तथा रक्त का प्रभाव बढ़ता है। प्राणायाम सही तरीके से सांस लेने की बेहतरीन अदा है। प्रतिदिन 10 मिनट तक प्राणायाम से मानव शरीर की प्राकृतिक क्लीजिंग हो जाती है। प्राणायाम से दिमाग में व्यापक आक्सीजन तथा रक्त संचार होता है। जिससे बालों की प्राकृतिक रूप से वृद्वि होती है तथा बालों का सफ़ेद होना तथा झड़ने जैसी समस्या को रोकने में भी मदद मिलती है। योगा का मानसिक शारीरिक, भावनात्मक तथा मनोभाव पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिससे आत्मविश्वास बढ़ता है। योगा से आप आत्मिक तौर पर शांत महसूस करते हैं। जिससे आपके बाहरी त्वचा में निखार आता है।
कील, मुंहासों के लिए उत्थान आसन
आमतौर पर अनिद्रा, तनाव आदि में पैदा होने वाली कील, मुहांसे, काले धब्बों आदि की समस्याओं के स्थाई उपचार में योग महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। उत्थान आसन के लगातार उपयोग से आप कील, मुंहासे, काले धब्बों आदि की समस्याओं का स्थाई उपचार कर सकते हैं। कपालभाती शासीर में कार्बन डाईक्साईड को हटाकर खून को साफ करने में मदद मिलती है। उससे शरीर में हल्कापन महसूस होता है।
शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालता है धनुर आसन
धनुर आसन से शरीर में रक्त का प्रभाव बढ़ता है तथा शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में मदद मिलती है इससे त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है तथा त्वचा की रंगत में निखार भी आता है।
योगासन से रीढ़ की हड्डी तथा जोड़ों को लचकदार बनाया रखा जा सकता है। जिससे शरीर लम्बे समय तक लचीला तथा आकर्षक बनता है। योग से वजन कम करने में भी मदद मिलती है तथा इससे मांसपेशियां नरम तथा मुलायम हो जाती है। सूर्यानमस्कार से बढ़ती आयु के प्रभाव को रोका जा सकता है। यह चेहरे तथा शरीर पर बुढ़ापे की भाव मुद्राओं के प्रभाव को रोकने में मददगार साबित होता है। चेहरे की झुर्रियों से मुक्ति पाने के लिए सूर्यानमस्कार तथा प्राणायाम दोनों प्रभावी आसन है।