कोरोना से निजात पाने के लिए बहुत सी कंपनियों ने अब वैक्सीन पर काम शुरू कर दिया है। दुनिया भर के लोगों की निगाहें अब वैक्सीन पर ही टिकी हुई है कि आखिर कब आम लोगों को वैक्सीन मिलेगी और कब वह इस वायरस से निजात पा सकते है। एक तरफ जहां रूस वैक्सीन पर दिन रात कम रहा है वहीं अमेरिकी कंपनियां भी वैक्सीन पर काम करने से पीछे नहीं हट रही हैं। इसी बीच खबर मिली है कि जनवरी के अंत तक यूके में 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोरोना वायरस के टीकाकरण पर काम चल सकता है।
अगले महीने तक मिल सकती है पहली डोज
खबरों के मुताबिक अगर वैक्सीन को समय पर अनुमति मिल जाती है तो अगले महीने इसकी पहली खुराक उपलब्ध होने की उम्मीद जताई जा रही है। जिसके बाद इस वैक्सीन की सबसे पहले डोज लोगों की देखभाल करने वाले और वायरस से संक्रमित लोगों को दी जाएगी। माना जा रहा है कि अगले महीने 7 मिलियन तक कोरोना वैक्सीन की खुराक मिलने की उम्मीद है। बताया गया है कि एनएचएस का लक्ष्य 2021 की शुरुआत में एक दिन में एक मिलियन कोविड-19 टीके लगाने का होगा।
Pfizer के टीके की 40 मिलियन खुराक
साल के अंत तक कम से कम एक वैक्सीन को मंजूरी देने की उम्मीद जताई जा रही है। जिसमें Pfizer के लाइसेंस प्राप्त करने की संभावना है। अगले महीने आने वाले पहले बैच के साथ यूके ने Pfizer के टीके की 40 मिलियन खुराक का आदेश दिया है। जबकि मॉडर्ना की 5 मिलियन कोरोना वैक्सीन की खुराक अगले साल वसंत के सीजन तक मिलेगी। वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि उनकी वैक्सीन के लेट-स्टेज ट्रायल के परिणामों की रिपोर्ट क्रिसमस तक आ जाएगी।
18 से 50 साल के लोगों को लगाया जाएगा टीका
लीक हुई योजना के मुताबिक इसके टीके जनवरी के अंत तक सभी यूके वयस्कों को उपलब्ध कराए जा सकते हैं। लेकिन 18 से 50 साल तक के लोगों को संभवतः मार्च में टीका लगाया जाएगा। बता दें कि फार्मा कंपनी फाइजर और मॉडर्न ने हाल ही अपनी वैक्सीन को 95% कारगार बताया था। खबरों के मुताबिक, अमेरिका दिसंबर के अंत तक कोरोना की दो वैक्सीन उपलब्ध करवा सकता है। इसके अलावा भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट की वैक्सीन का भी आखिरी ट्रायल चल रहा है। उन्होंने भी दिसंबर तक वैक्सीन उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया है।