सर्दी के मौसम में जब ठंड बहुत ज्यादा बढ़ जाती है तो हाथ-पैर की उंगलियों और पंजे तक सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता है। इस वजह से ब्लड सर्कुलेशन भी खराब हो जाता है और हाथ-पैर ठंडे पड़ जाते हैं। इससे बचने के लिए लोग जुराबे और दस्ताना पहनते हैं लेकिन कभी-कभी ये तरीके अपनाने से भी कोई फर्क नहीं पड़ता। एनीमिया और डायबिटीज के मरीजों को ऐसी समस्या सबसे ज्यादा होती है। कई बार परेशानी इतनी बढ़ जाती है कि व्यक्ति को डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है। यही वजह है कि कड़ाके की ठंड पड़ने से पहले ही सतर्क हो जाएं और कुछ घरेलू नुस्खों के बारी में जानकारी रखें। सर्दियों में हमेशा ठंडे रहते हैं हाथ और पैर, ये घरेलू नुस्खे करेंगे मदद।
तेल मालिश
जब भी हाथ या पैर ठंडे पड़ जाएं तो गुनगुने तेल से मालिश करना फायदेमंद हो सकता है। मसाज करने से उंगलियों और पंजों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे ऑक्सीजन की सप्लाई बेहतर होती है। पैरों में अकड़न और खुजली भी नहीं होती और गर्महाट बनी रहती है।
सेंधा नमक है कारगर
सेंधा नमक में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को अंदर से गर्म रखने में सहायक हैं। साथ ही ये दर्द और सूजन को भी कम करते हैं। इसके लिए एक टब में गुनगुना पानी भरें और उसमें सेंधा नमक डालें। इससे अपने हाथ और पैरों की सिंकाई करें। ऐसा करने से उंगलियों में खुजली नहीं होगी और हाथ पांव ठंडे नहीं पड़ेगे। आप चाहें तो इस पानी से स्नान भी कर सकते हैं।
आयरन से भरपूर आहार लें
शरीर में आयरन की कमी के कारण एनीमिया यानी खून की कमी होने का खतरा रहता है। अगर आपके हाथ-पैर हमेशा ठंडे रहते हैं तो ये एनीमिया बीमारी का भी संकेत हो सकता है। इससे बचने के लिए चुकंदर, पालक, खजूर, अखरोट, सायोबीन, सेब जैसे आयरन युक्त आहार का सेवन करें।
पर्याप्त पानी पिएं
सर्दियों में ठंड के कारण प्यास कम लगती है और लोग पानी बहुत कम पीते हैं। इस वजह से शरीर में रक्त का प्रवाह सही तरीके से नहीं होता है और हाथ पैर ठंडे हो जाते हैं। इस मौसम में भी पर्याप्त पानी पीना चाहिए ताकि विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाएं और आप स्वस्थ रहें।
फैट वाली चीजें कम खाएं
बहुत ज्यादा तला-भुना या फैट वाली चीजों का सेवन करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा होता है जिसके कारण हाथ और पैर ठंडे रहते हैं। इसलिए ऐसे भोजन से परहेज करें।