22 NOVFRIDAY2024 4:01:15 AM
Nari

कभी दुकान में आने से कतराते थे लोग, आज मैकेनिक बन समाज के लिए मिसाल बनीं आदिलक्ष्मी

  • Edited By Janvi Bithal,
  • Updated: 19 Jan, 2021 02:21 PM
कभी दुकान में आने से कतराते थे लोग, आज मैकेनिक बन समाज के लिए मिसाल बनीं आदिलक्ष्मी

दुनिया में कोई ऐसा काम नहीं है जो महिलाएं न कर पाएं। महिलाएं अगर एक बार कुछ करने को ठान लें तो वह उस काम को पूरा जरूर करती हैं। आज महिलाएं हर एक काम को बखूबी से कर रही हैं चाहे वह विमान उड़ाने का काम हो या फिर किसी कार या गाड़ी को रिपेयर करने करना हो वह कभी भी अपने कदम पीछे नहीं हटाती हैं। लेकिन जब भी हम कभी रिपेयर शॉप की बात करते हैं तो हमारे मन में ख्याल पुरूषों का ही आता है हमें लगता है कि यह काम सिर्फ पुरूष ही कर सकते हैं लेकिन इन सब को जवाब दिया है तेलंगाना राज्य की आदिलक्ष्मी ने जो कि अकेली ऐसी महिला है जो रिपेयर का काम करती है और अपने परिवार को पाल रही है। 

पति के साथ चलाती हैं टायर रिपेयर शॉप

मीडिया रिपोर्टस की मानें तो आदिलक्ष्मी तेलंगाना के कोथागुडेम जिले के सुजातानगर में अपने पति के साथ मिलकर टायर रिपेयर शॉप चलाती हैं और वह इसी से अपने परिवार का पेट पाल रही हैं। 

महिला होने के कारण लोग दुकान में आने से कतराते थे 

लोग आज चाहे जितना मर्जी कहें कि महिला और पुरूष एक समान हैं लेकिन आज भी लोगों ने अपने मन में कुछ धारणाएं बना रखी हैं। आदिलक्ष्मी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। दरअसल एक महिला को दुकाने में देखकर लोग उनकी दुकान से आने से कतराते थे इसका कारण था कि लोगों को लगता था कि पता नहीं आदिलक्ष्मी पंक्चर लगा पाएंगी या नहीं। 

PunjabKesari

पैसों की किल्लत के कारण किया काम 

आज से तकरीबन 3 साल पहले ही आदिलक्ष्मी ने अपने पति के साथ मिलकर रिपेयर शॉप खोली। आर्थिक तंगी के कारण उन्हें अपने घर तक गिरवी रखना पड़ा था। लेकिन धीरे धीरे उन्होंने मेहनत की और आज उनकी दुकान 24 घंटे खुली रहती है। 

आदिलक्ष्मी ने की सरकार से यह अपील 

मीडिया के साथ बातचीत में आदिलक्ष्मी कहती हैं हम पर तो काफी कर्ज बढ़ रहा था इसलिए उन्होंने पति का हाथ बंटाने का फैसला किया। आदिलक्ष्मी की मानें तो उनकी दो बेटियां हैं। हालांकि काम के लिए उनके पास औजार कम हैं लेकिन इससे उनका गुजारा हो जाता है। आदिलक्ष्मी ने लोगों से यही अपील की सरकार उनकी कुछ मदद करे जिससे उनकी बेटियों का भविष्या भी सुधर सके। 

हम भी आदिलक्ष्मी के इस जज्बे को सलाम करते हैं। वाकई आज वह समाज की बाकी औरतों को भी प्रेरित कर रही हैं और एक अलग मिसाल कायम कर रही हैं। 

Related News