आज से कुछ समय पहले कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी केवल विदेशों में ही देखने को मिलती थी, मगर जैसे-जैसे भारत में विदेशी खाने ने अपनी पकड़ बना ली, वैसे-वैसे वहां की बीमारियां ने भी भारतीय लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। विदेशी खाने में वैसे कोई बुराई नहीं है, मगर जरुरत से ज्यादा मैदे, चीज और माइक्रोवेव फूड का सेवन आपको कई तरह के कैंसर का शिकार बना सकता है। आज हम यहां बात करेंगे थायराइड कैंसर के बारे में... आइए जानते हैं कैसे होता है थायराइड कैंसर...
थायरॉयड ग्लैंड
असल में थायराइड ग्लैंड हर व्यक्ति के शरीर का एक अहम हिस्सा है। इसका काम बॉडी में हार्मोनस को बैलेंस करना है। साथ ही यह ग्लैंड बॉडी में मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में भी व्यक्ति की मदद करता है। हार्ट किस तरह सही ढंग से काम करेगा, आपके मसल कंट्रोल, दिमाग का सही विकास और पाचन प्रणाली सभी इसी के अंतर्गत आती है। मगर हमारे गलत लाइफस्टाइल के चलते हमारे ग्ले में कुछ गांठे बनने लगती हैं, जिनका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह आगे चलकर थायराइड कैंसर की वजह बन जाता है, जो ज्यादातर औरतों में ही दिखाई देता है।
क्या होते हैं थायराइड ग्लैंड में कैंसर के लक्षण?
-थकान महसूस होना।
-कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द।
-अचानक से वजन घटने लग जाना।
-भूख में कमी।
-ग्ले से खून इत्यादि थायराइड ग्लैंड में कैंसर की वजह है।
ईलाज
अगर तो समस्या बहुत अधिक बढ़ जाए तो इसका ईलाज ऐलोपैथी में ही है। मगर यदि समय रहते आपको इस समस्या का पता चल जाता है, तो होमियोपैथी या आर्युवेद के जरिए भी आप इस समस्या पर काबू पा सकते हैं। अगर आपको साधारण थायराइड की समस्या है तो अपना चेकअप रुटीन में करवाते रहें, ताकि समस्या बढ़ न जाए।
बचाव के तरीके..
-जैसा कि आप जान चुकें हैं यह समस्या महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है, तो 40 के बाद आप अपना प्रॉपर हेल्थ चेकअप जरुर करवाएं।
-प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा दवाओं का सेवन न करें। इससे बच्चे के साथ-साथ आपको कई नुकसान झेलने पड़ सकते हैं।
-रोजाना 1 घंटा व्यायाम जरुर करें।
-पीरियड्स के दिनों में अपनी डाइट पर खास ध्यान दें।
-ज्यादा बाहर का ऑयली और खट्टे पदार्थ न खाएं।
-हर रोज हल्दी वाला दूध पिएं।
-सबसे जरुर बात स्ट्रेस कम लें। सेहत से बढ़कर आपके लिए कुछ जरुरी नहीं है।
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