देश में कोरोना के मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ती ही जा रही है पिछले 15 दिनों से देश में कोरोना के साढ़े तीन लाख से ज्यादा के केस सामने आ रहे हैं। जिसे देखते हुए कई राज्यों मे लाॅकडाउन भी लगा दिया हैं, लेकिन बावजूद इसके कोरोना का कहर थमता नज़र नहीं आ रहा। वहीं इस बीच मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही सोशल मीडिया पर लोगों के पास प्लाज्मा दान करने की रिक्वेस्ट भी लगातार आ रही है। लेकिन क्या आप जानते है कौन लोग प्लाज्मा डोनेट कर सकते हैं और कौन नहीं। तो आई जानते हैं इसके बारे में-
जानिए क्या है प्लाज्मा डोनेट-
कोरोनोवायरस संक्रमण के इलाज के लिए एक प्रायोगिक प्रक्रिया है। इस इलाज में, प्लाज्मा जोकि खून का पीला लिक्विड हिस्सा होता है। यह सिर्फ उस व्यक्ति से निकाला जाता है जो कोरोना संक्रमण से उबर गया है और उस रोगी को इंजेक्शन लगाया गया है जो उस बीमारी से पीड़ित है। प्लाज्मा में एंटीबॉडी होते हैं जो रोगी को लड़ने और बीमारी से उबरने में मदद करते हैं।
कौन कर सकता है प्लाज्मा डोनेट-
-कोविड-19 के मामले में, एक प्लाज्मा देने वाले को तकरीबन 28 दिनों में संक्रमण से उबर जाना चाहिए
-18 से 60 वर्ष की आयु के अंदर ही होना चाहिए।
- कोविड-19 से पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हो
- 14 दिन तक कोविड के लक्षण ना दिखते हो
- नेगिटव कोविड रिपोर्ट जरूरी
- पिछले 14 दिनों में कोई एंटीबॉयोटिक ना ली हो
- प्रेग्नेंट व न्यूली मॉम प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकती
- कोई इंफेक्शन या बड़ी बीमारी ना हो
कौन नहीं कर सकता है प्लाज्मा डोनेट
-जिसका वजन 50 किलो से कम हो।
-डायबिटीज हो।
-जो महिला गर्भवती हो।
-जिसका ब्लड प्रेशर नियंत्रण न हो।
-जिसे फेफड़े या दिल की गंभीर बीमारी हो।