माता-पिता बच्चों की छोटी सी छोटी बात पूरी करते हैं। जिस कारण बच्चे जिद्दी और गुस्सैल हो जाते हैं। उनकी कोई ख्वाहिश पूरी न की जाए तो वो गुस्सा हो जाते हैं। माता-पिता भी उनके इस बर्ताव से परेशान हो जाते हैं। कई बच्चे बहुत ही इमोशनल होते हैं। छोटी सी बात भी दिल पर लगा लेते हैं। लेकिन यदि बच्चों के साथ प्यार से बर्ताव किया जाए तो उन्हें बहुत आसानी से हर बात समझाई जा सकती है। तो चलिए आपको बताते हैं बच्चों को हैंडल करने के कुछ टिप्स...
बच्चों के साथ कुछ समय बिताएं
बच्चे छोटी-छोटी बात को दिल पर लगा लेते हैं। जिसकी वजह से वह परेशान हो जाते हैं। आप उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं ताकि वो हर अपने दिल की बात खुलकर आपको बता सकें। कुछ समय निकालकर उनसे बात करें। ताकि वो आपसे घुल-मिल जाएं। उनके दिल की बात जानने के लिए उनके साथ समय बिताएं।
प्यार से आएं पेश
बच्चों को डांटने की बजाय आप उनके साथ प्यार से पेश आएं। बच्च बहुत ही कोमल स्वभाव के होते हैं। छोटी से छोटी बात दिल पर ले लेते हैं। लेकिन आप उनकी बात समझने की कोशिश करें। यदि आप उनसे गुस्से से पेश आते हैं तो आपकी बात का उनके दिल पर गहरा प्रभाव पड़ता है और वो परेशान भी हो सकते हैं।
बात को समझने का करें प्रयास
बच्चा यदि बात-बात पर परेशान हो जाता है तो आप सबसे पहले उसकी बात समझने की कोशिश करें। कौन सी बात उसे परेशान करने की कोशिश कर रही है। आपसे बात करके बच्चे का हल्का महसूस होगा। कई बार माता -पिता बच्चे की बातें समझने की कोशिश नहीं करते।
बच्चे को खुद हालात से लड़ना सिखाएं
बच्चों के दिल की बात को समझने का प्रयास करें। उससे हर परेशानी से लड़ना सिखाएं। जितना हो सके। बच्चे को प्यार से हैंडल करें। जब बच्चे एपनी परेशानी खुद हैंडल करेंगे तो उनके अंदर आत्मविश्वास बढे़गा। दो-तीन बार जब बच्चे अपनी समस्या खुद हल करेंगे तो उनकी समस्या आसानी सी सुलझ जाएगी।
खेल में भी बच्चे की रुचि बढ़ाने का प्रयास करें
बच्चों को ज्यादा मोबाइल देने से अच्छा है आप उनका ध्यान इनडौर गेम्स में लगाएं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, क्रिकेट, बैडमिंटन, रेसिंग, जॉगिंग जैसी एक्टिविटी से बच्चों के शरीर का विकास होत है। इसके अलावा बच्चे मानसिक रुप से भी स्ट्रांग होते हैं।