ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में होने वाली सबसे खतरनाक बीमारी है। जिसके कारण हर साल लाखों की संख्या में लोगों की मौतें होती है। वहीं इस बारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते है कि लाइफस्टाइल में होने वाली गड़बड़ी इस कैंसर के विकास का प्रमुख कारण है जिसको लेकर हर महिला को कम उम्र से ही सावधानी बरतते रहने की जरूरत है। उनका कहना है कि आज भी कई ऐसी महिलाएं है जो इस बीमारी को लेकर जागरूक नहीं हैं और इसी वजह से स्तन में बदलाव महसूस होने के बाद भी लापरवाही बरतती हैं।
आमतौर पर 70 प्रतिशत महिलाएं एडवांस स्टेज में डॉक्टर के पास पहुंचती हैं। बता दें कि यौवन के बाद महिला के स्तन कनेक्टिव टिश्यू और हजारों लॉब्यूल से बने होते हैं। ये छोटी ग्रंथियां हैं, जो दूध का उत्पादन कर सकती हैं और दूध को निप्पल की तरफ ले जाती हैं। जेनेटिक म्यूटेशन्स या डीएनए के डैमेज होने पर स्तर कैंसर विकसित होता है। स्तन कैंसर आमतौर पर दूध की आपूर्ति करने वाले मिल्क डक्ट या लोब्यूल्स की अंदरूनी परत से शुरू होकर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है। तो चलिए जानते है यह बीमारी किन महिलाओं को ज्यादा होती है।
ब्रेस्ट कैंसर का खतरा किन महिलाओं को ज्यादा है
जिन महिलाओं में मोटापा होता है
कम उम्र में पीरियड्स आना
मेनोपॉज में देरी
बच्चा पैदा करने में मुश्किल
जो महिलाएं अपने बच्चे को स्तनपान नहीं कराती।
बिना डॉक्टर की सलाह के हार्मोन्स का सेवन करती हैं
धूम्रपान करने वाली महिला
शराब का सेवन करने वाली महिलाएं
ब्रेस्ट कैंसर का पहचान
1 ब्रेस्ट कैंसर की होने पर महिलाओं के स्तन में दर्द रहित एक गांठ पड़ जाती है। जिसको महिलाएं अनदेखा कर देती है।
2 ब्रेस्ट कैंसर के कारण निप्पल में खून जैसा पानी या डिस्चार्ज होना।
3 निप्प्ल का बाहर की जगह स्तन के अंदर धस जाना
4 निप्पल पर दाद या रैशेज होना भी इस खतरनाक बीमारी का संकेत है।
5 स्तन के आकार में बदलाव होना ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हैं।