
प्रकृति की सच्ची सुंदरता का अनुभव बारिशों में ही होता है, तभी तो मानसून के दौरान कहीं घूमने का मन कर ही जाता है। हालांकि जो लोग बारिश के मौसम में बाहर निकलने से डरते हैं तो ऐसा करना बिल्कुल भी समझदारी नही है। भारत में कुछ ऐसी अद्भुत जगह है जो मानसून में और भी अधिक सुंदर और रोमांचक लगती है। तो चलिए देर ना करते हुए पहुंच जाइए यहां।

फूलों की घाटी, उत्तराखंड
प्रकृति द्वारा मानव जाति को दिया गया उपहार कहलाने वाली फूलों की घाटी सुनने में जितनी खूबसूरत लगती है, उतनी ही दिलकश नजारा यहां देखने को मिलता है। उत्तराखंड के चमोली जिले में फूलों की 500 से अधिक प्रजातियों से सजा हुआ यह क्षेत्र बागवानी विशेषज्ञों या फूल प्रेमियों के लिए एक विश्व प्रसिद्ध स्थल बन गया है। मानसून के दौरान यहां फूल ही फूल नजर आते हैं।

कोडईकनाल, तमिलनाडु
कोडईकनाल को भारत में जुलाई की छुट्टियों में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में गिना जाता है। भारत के तमिलनाडु राज्य में बसा इस शहर में प्रकृति की सुंदरता अपने तमाम रूपों में नजर आती है। विशाल चट्टान, शांत झील, फलों के बगीचे और यहां के हरे भरे दृश्य अपनी सुदंरता की कहानी कहते है। साथ ही यूकेलिप्टस और पाइन के जंगलों से आती स्वच्छ हवा यहां के वातावरण को सुगंधित और गुलजार बना देती हैं।

गंगटोक, सिक्किम
सिक्किम की राजधानी गंगटोक में बारिश के बाद पूरा इलाका हरा-भरा और खूबसूरत हो जाता है। गंगटोक के प्राचीन मंदिर, महल और मठ आपको सपनों की दुनिया की सैर कराएंगे। अगर आप गंगटोक घूमने का पूरा लुफ्त उठाना चाहते हैं तो यहां पैदल घूमें। यहां से कंचनजंघा नजारा बहुत ही आकर्षक प्रतीत होता है। इसे देखने पर ऐसा लगता है मानो यह पर्वत आकाश से सटा हुआ है तथा हर पल अपना रंग बदल रहा है।

शिलांग, मेघालय
बादलों के घर में बसा मेघालय का शिलांग देश के सबसे कम आंके जाने वाले हिल स्टेशनों में से एक है। अपने मनमोहक नज़ारों के लिए मशहूर यह शहर मानसून के दौरान और भी खूबसूरत लगता है। अगर आपको भीगने में कोई परेशानी नहीं है, तो यह जगह उन जोड़ों के लिए एक बेहतरीन जगह है जो व्यस्त शादी समारोहों के बाद अपने मन, शरीर और आत्मा को तरोताज़ा करना चाहते हैं। साथ ही, यहां के झरनों का मज़ा लेने के लिए मानसून सबसे अच्छा मौसम है।

लंढौर, उत्तराखंड
जुलाई में लंढौर की यात्रा करें और इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता को देखें। उत्तराखंड का यह छोटा सा छावनी शहर इस समय हरा-भरा और सुंदर हो जाता है। यह भारत के उत्तराखंड प्रांत में पांच किलोमीटर दूर स्थित है।