शादी के मौके पर बैंड बाजे के साथ दुल्हा घोड़ी पर बैठ कर बारात लेकर मडंप तक पहुंचता है लेकिन मध्य प्रदेश के खंडवा में कुछ अलग ही देखने को मिला। शादी के मौके पर बैंड बाजे और घोड़ी के साथ बारात तो निकली लेकिन दुल्हे की नहीं दुल्हन की। जी हां, देशभर में यहां एक तरफ लिंग समानता की बात हो रही है वहीं दूसरी तरफ इसकी एक झलक देखने को मिली। खंडवा में शादी के दौरान बारात तो पहुंची लेकिन दुल्हे की नहीं बल्कि दुल्हन की।
इस बारात में दो बहनें एक साथ अलग-अलग घोड़ी पर सवार होकर अपनी शादी के मंडप तक पहुंची। दुल्हन साक्षी और सृष्टि पाटीदार बैंड-बाजे के साथ हाथों में तलवार लेकर घोड़ी पर सवार होकर मंडप तक पहुंचीं। जिसे देखकर सभी लोग काफी हैरान हुए वहीं दुल्हे ने जम कर डांस करके उनका स्वागत किया। बारात आने के बाद दोनों बहनों की शादी पूरी परंपरा के साथ हुई। इस दौरान साक्षी ने आनंद और सृष्टि ने शशांक के साथ 7 फेरे लिए।
शादी के दौरान दिया पर्यावरण का संदेश
शादी के दौरान इन दोनों बहनों ने पर्यावरण सुरक्षा का संदेश देते हुए अपनी शादी के निमंत्रण कार्ड के लिए कागज की जगह रुमाल यानि की कपड़े का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं, शादी में आने वाले सभी मेहमानों को छाया और औषधीय गुणों से भरपूर पौधे भेट किए। जिनमें पीपल, नीम और तुलसी के पौधे शामिल थे।
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