पिछले कुछ दिनों में बर्फीले तूफान के चलते अमेरिका में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। बर्फीले तूफान के चलते लोगों का आवगमन पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। ग्रेट लेक्स से मैक्सिको सीमा के साथ रियो ग्रांडे तक फैले एक बड़े शीतकालीन तूफान ने अब तक पूरे अमेरिका में कम से कम 65 लोगों की जान ले ली हैं। इस तूफान की वजह से लोगों के घर बर्फ में ढक गए हैं। हजारों उड़ानें रद्द कर दी हई हैं।
बर्फीले तूफान से जमा गया है नियाग्रा फॉल्स
इस बर्फीले तूफान ने जहां लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है, वहीं दुसरी तरफ दुनिया के सबसे ऊंचे झरनों में से एक नियाग्रा फॉल्स को भी जमा दिया है। सोशल मीडिया पर जमे हुए नियाग्रा फॉल्स के वीडियो काफी वायरल हो रहे हैं। नियाग्रा फॉल्स अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर और कनाडा के ओंटारियो बॉर्डर पर स्थित है। ये बफेलो शहर से करीब 40 किलोमटर दूर है। ये इलाका बर्फीले तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। इन इलाकों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है।यहां का तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जाने के कारण नियाग्रा फॉल्स में पानी की चादर बर्फ में बदल गई है। वहां का नजारा अब किसी विंटर वंडरलैंड जैसा हो गया है। कड़कड़ाती सर्दी में भी लोग वहां जाकर तस्वीरें शेयर कर रहे हैं। दुनिया का सबसे ऊंचा झरना पानी के ज्यादा विस्तार की वजह से कभी भी पूरी तरह से नहीं जमता है।
नियाग्रा फॉल्स में हर सेंकड बहता है 3,160 टन पानी
आपको बता दें कि नियाग्रा फॉल्स में हर सेंकड 3,160 टन पानी बहता है, जो 32 फीट प्रति सेकंड के हिसाब से गिरता है। नौ साल पहले 2014 में झरने का पानी भी हवा में बर्फ बन गया था। तापमान -12 डिग्री होने के चलते नदी का पानी आगे की तरफ पूरी तरह से जम जाता है। इसके बाद आइसब्रेकर नावों से नदी में बर्फ की कटाई की गई थी। अमेरिका में लाखों लोग सर्द रात में बिना रोशनी के रहने को मजबूर हैं, क्योंकि कि बिजली सुविधा मिलनी बंद हो चुकी है। लाखों लोगों को बर्फ का पानी पीने लायक बनाना पड़ रहा है, क्योंकि पानी जम चुका है। सोशल मीडिया पर इस इलाके की तस्वीरें और वीडियो दुनिया भर में वायरल हो रही है।