प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली NCR सहित कई जिलों में पटाखों पर बैन लगा दिया गया था। बावजूद इसके कई शहरों में जमकर आतिशबाजी की गई। नतीजन, लोगों की इस गलती से दिल्ली, यूपी, पंजाब सहित कई राज्यों में हवा जहरीली हो गई है।
सांस लेने में आ रही दिक्कत
खबरों के मुताबिक, हवा में प्रदूषण का स्तर पहले के मुकाबले कई गुणा बढ़ गया है। यही नहीं, इसके कारण लोगों को सांस लेने में भी काफी दिक्कत आ रही है। कुछ लोगों को तो इसकी वजह से सिरदर्द की शिकायत भी हो रही है। इसे देखकर आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि हवा कितनी जहरीली हो चुकी है।
कई शहरों में बढ़ा प्रदूषण
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में कई हवा की क्वालिटी का इंडेक्स 999, गुड़गांव में 424 कानपुर व लखनऊ में एक्यूआई 500, गाजियाबाद में 483, अहमदाबाद में 235, अमृतसर में 380, चंडीगढ़ में 147, फरीदाबाद में 438, हिसार में 462, इंदौर में 244, कानपुर में 328, कुरुक्षेत्र में 378, लखनऊ में 354, मुंबई में 150, पुणे में 188, ग्रेटर नोएडा में 439 और नोएडा में 466 पार कर गया। NGT ने पटाखों पर 9 से 30 नवंबर तक बैन कर दिया था, ताकि हवा की क्वालिटी ना बिगड़े लेकिन इसका कोई खास असर नहीं देखने को मिला।
बिना मास्क के न लें सांस
आतिशबाजी और पटाखों के कारण प्रदूषण बेहद खतरनाक स्थिति में आ गया है। ऐसे में लोगों को अपनी सेफ्टी खुद रखनी होगी। बेहतर होगा कि आप बिना मास्क घर से बाहर ना निकलें। घर के खिड़की-दरवाजे भी बंद रखें। प्रदूषण से आंखों में जलन हो तो पानी के छिंटे मारे।
गर्भवती महिलाओं को खतरा
प्रेगनेंट महिला के लिए जहरीली प्रदूषण में सांस ले पाना ना सिर्फ मुश्किल है बल्कि यह गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी सही नहीं है। इससे शिशु कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकता है।
लंग कैंसर के साथ किडनी फेल का भी खतरा
जहरीली हवा ना सिर्फ फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती है बल्कि इससे किडनी फेल का भी डर रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि प्रदूषण के कारण लंग कैंसर भी हो सकता है। खासकर जो लोग पहले ही सिगरेट पीते हैं, उन्हें इसका खतरा अधिक है।
जहां इस समय पूरी दुनिया पहले से ही कोरोना महामारी का सामना कर रही है ऐसे में प्रदूषण का बढ़ना खतरे को बढ़ा सकता है। हालांकि हल्की बारिश और तेज हवाओं की वजह से दिल्ली समेत कई राज्यों में प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है।