वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत प्रभाव पड़ता है। माना जाता है कि हमारे आस-पास के माहौल और स्थानों का आकार, आयाम और उनकी सही व्यवस्था हमारे जीवन पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है। ऐसे में हम वास्तु के अनुसार सही जगहों और घरों की व्यवस्था से हमारी जीवनशैली, स्वास्थ्य, संबंध, और धन को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में हम आपको आज बताएंगे के अगर आप इन दिनों नया घर खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा। हर व्यक्ति चाहता हैं कि उसके सपनों के घर में पूरा परिवार खुशी से रहें। लेकिन, कई बार माहौल इसके उलट भी देखने को मिलता है जिसका कारण बनता हैं घर में उपस्थित वास्तुदोष। इसलिए हम आपको कुछ खास टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं -
घर के पास कोई धार्मिक स्थान
इन स्थान की शक्ति इनती सकारात्मक ऊर्जा वाली होती है की इसके संपर्क में आने से मानव पर नकारात्मक असर पड़ने लगता है। धार्मिक स्थान के आस पास रहने पर व्यक्ति का जीवन तनावपूर्ण रह सकता है।
मुख्य द्वार की दिशा
वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा में दरवाजा होना सबसे उत्तम माना जाता है। इस दिशा में ही सबसे अधिक खिड़की दरवाजे होने चाहिए। यह दिशा कुबरे की दिशा मानी गई है। इस दिशा का मुख्य द्वार आपके घर में सुख-समृद्धि, तरक्की, खुशहाली व सकारात्मकता लेकर आता है। जमीन खरीदते समय भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह दक्षिणमुखी न हो।
घर के पास पेड़ या खंभा
वास्तु के अनुसार। घर के पास कोई पेड़ या खंभा होना अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा होने पर व्यक्ति को हर काम में किसी ना किसी बाधा का सामना करना पड़ता है। साथ ही ऐसे कामों में भी परेशानी आने लगती है जो बहुत ही आसानी से हो जाने चाहिए।
घर का आकार
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, आप जिस भी फ्लैट या घर को खरीदने का सोच रहे हैं उस घर का आकार वर्गाकार या आयताकार होना आवश्यक है। यह हर प्रकार से धनवर्धक एवं पॉज़िटिव होता है और दरिद्रता को भी कम करता है। वहीं गोल, वक्राकार या टेढ़े-मेढ़े आकार वाले घर को खरीदने से बचें।
घर के पास हॉस्पिटल
घर के पास हॉस्पिटल आसपास या फिर सामने नहीं होना चाहिए। क्योंकि, अस्पताल में अस्वस्थ लोग अपना इलाज करवाते हैं। जिनका ओरा बहुत कमजोर होता है। इन्ही अस्वस्थ लोगों के कारण वहां नकारात्मक ऊर्जा का स्तर बहुत ज्यादा होता है।
घर में खिड़की या बालकनी
वहीं घर खरीदते समय कई लोगों की प्राथमिकता होती है कि घर में बालकनी हो जिससे वो घर से बारिश, सुहावने मौसम और बाहर के व्यू का मज़ा लें सकें। लेकिन आपको ये भी पता होना चाहिए कि उसकी शुभ दिशा क्या है। तो आप जो भी घर खरीदें उस घर में खिड़की या बालकनी पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए ये आपके लिए शुभ होगा।
घर के पास न हो पुरानी इमारतें
कई बार आपने देखा होगा की किसी के घर के आसपास पुरानी इमारतें होती हैं। जो राजा महाराजाओं के समय की हो और वह बंद हो तो ऐसी स्थान पर भी नकारात्मकता ऊर्जा काफी ज्यादा होती है।
शौचालय या रसोईघर की दिशा
वहीं जिस घर को आप खरीद रहे हैं अगर वहां शौचालय या रसोईघर उत्तर-पूर्व दिशा में है तो वह अशुभ हो सकता है। इसके साथ ही ध्यान रहे कि फ्लैट का प्रवेश द्वार मुख शौचालय के द्वार की तरफ नहीं होना चाहिए वरना नकारात्मक ऊर्जा का असर बना रहता है।