जहां पूरे भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कहर मचाया हुआ वहीं अब सिंगापुर में बच्चों के लिए B1617 कोरोना वायरस स्ट्रेन एक बड़ा खतरा बनता जा रहा हैं। सिंगापुर में मुख्य रूप से बच्चों पर हमला करने वाले कोविड -19 मामलों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। बच्चों में कोविड के मामलों में वृद्धि नए B1617 Coronavirus Strain का परिणाम है।
बतां दें कि इस साल भारत में पहली बार इस नए स्ट्रेन का पता चला था। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी स्वीकार किया है कि ये हवा में प्रसार होने वाला (Airborne) है, इससे पहले की तुलना में वायरस के तेजी से फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
नया स्ट्रेन बच्चों को बना रहा निशाना
कोरोना के नए स्ट्रेन का बच्चों पर प्रभाव को देखते हुए वहां के एजुक्शेन मिनिस्टर चान चुन सिंग ने कहा कि वायरस के नए प्रकार ज्यादा संक्रामक हैं और ऐसा लगता है कि ये बच्चों को ज्यादा अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। यह हम सभी के लिए चिंता की बात है। हालांकि, उन्होंने कहा कि नए वायरस से संक्रमित कोई भी बच्चा गंभीर रूप से बीमार नहीं है। चान ने लिखा कि, हम 12 साल से कम उम्र बच्चों को टीका लगाने की योजना पर काम कर रहे हैं।
अधिक विषैला है B1617 Strain-
वहीं टास्क फोर्स की सह-अध्यक्षता करने वाले स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा कि, पिछले साल से वायरस का व्यवहार नहीं बदला है, एक सुपर स्प्रेडिंग घटना कई लोगों तक फैल गई। यह स्ट्रेन अलग नहीं है, लेकिन यह सच है कि (B1617 Strain) अधिक विषैला (virulent) होता है मूल रूप से, आप एक बहुत ही संक्रामक वायरस को देख रहे हैं।
कोरोना का नया B1617 स्ट्रेन बच्चों के लिए घातक-
इसके साथ ही सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा कि भारत में मिला कोरोना का नया B1617 स्ट्रेन बच्चों पर ज्यादा असर डाल रहा है, इसी वजह से सरकार ने प्राइमरी और सेकंडरी लेवल से स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है, ताकि कोरोना वायरस के प्रसार को रोका जा सके,वहां की अथॉरिटी ने कहा कि जूनियर कॉलेज, प्राइमरी एवं सेकेंडरी स्कूलों की पढ़ाई बुधवार से घर से होगी वैसे स्कूलों में सत्र का समापन 28 मई को होना है।
आपकों बतां दें कि एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय स्तर पर संक्रमण के 38 नए केस मिले हैं। इन 38 केस में एक ट्यूशन सेंटर के कई बच्चे शामिल हैं।