गलत खान-पान और खराब लाइफस्टाइल के चलते इन दिनों हार्ट अटैक कई लोगों को घेर रहा है। मुख्यतौर पर युवा इस बीमारी का बहुत ही जल्द शिकार हो रहे हैं। यहां पहले 40-50 की उम्र के बाद लोग हार्ट अटैक का शिकार होते थे अब वहीं आजकल 18-35 की उम्र में ही युवा लोग इस खतरनाक बीमारी से घिर रहे हैं। ऐसे में बढ़ते मामलों के देखते हुए एक्सपर्ट्स ने युवाओं में हार्ट अटैक आने का कारण बताया है। तो चलिए आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं कि युवाओं में हार्ट अटैक क्यों आता है और इसका मुख्य कारण क्या है....
पहले कॉकेशियन लोगों को आता था दिल का दौरा
शोध के आंकड़ों की मानें तो पहले कोकशियन की तरह भारतीयों को एक दशक में दिल का दौरा पड़ता था लेकिन अब यह कम उम्र में इसकी शुरुआत हो गई है। अब हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसका इलाज करने मलाड के क्रिटिकेयर एशिया अस्पताल के हृदय एक्सपर्ट्स डॉ अभिषेक वाडकर ने कहा कि - 'खून का बड़ा थक्का हटाने के बाद मरीज के एलएडी में 80% ब्लॉकेज मिला है। ब्लॉकेज वाली जगह पर स्टेंट लगाए जाने के बाद मरीज को सीने में दर्द से तुरंत राहत महसूस हुई।' डॉक्टर ने पाया कि मरीज रोज जंक फूड खाता था जिसके कारण उसके कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ गया। वहीं इस मामले पर बात करते हुए डॉक्टर ने कहा कि- 'हाल ही के दिनों में दिल का दौरा पड़ने की उम्र में तेजी से कमी आई है। जब मैं छात्र था अगर हम मरीजों में 30 साल के लोगों को पाते तो हमें बहुत ही आश्चर्य होता लेकिन अब हम नियमित रुप से 20 साल की उम्र के लोगों को हृदय रोगों से पीड़ित पाते हैं।'
कोविड वैक्सीन और दिल का दौरा पड़ने का कनेक्शन
यहां पहले एक्सपर्ट्स मान रहे थे कि कोविड टीकाकरण के कारण ही लोगों में हार्ट अटैक आया है। लेकिन नवंबर 2023 में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के अध्ययनों के अनुसार, उन्होंने इस बात को नकार दिया था। उन्होंने निष्कर्ष निकाला था कि लोगों में हार्ट अटैक आने का कारण खराब लाइफस्टाइल और कोविड वायरस है। इसके अलावा इस बारे में बात करते हुए हृदय रोगों के एक्सपर्ट्स डॉ ब्रायन पिंटो ने कहा कि दिल के दौरे से पीड़ित युवाओं पर मुख्यतौर से पोस्ट कोविड का प्रभाव पड़ता है। यदि उस मरीज में तनाव का स्तर बढ़ा है या नींद खराब तो भी जोखिम अधिक है। आजकल जब भी कोई युवा मरीज सीने में दर्द के साथ हमारे पास आता है तो उसे थक्के पर संदेह करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि - 'सभी युवाओं को स्टंट की जरुरत नहीं होती क्योंकि वे क्लॉट बस्टर्स के साथ अच्छा काम करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी को हाइपरहोसमोसिस्टीनीमिया (होमोसिस्टीन नाम का एमीनो एसिड का निर्माण जो धमनी के स्तर को नुकसान पहुंचाता है) पर भी संदेह करना चाहिए।'
कैसे रखें दिल को स्वस्थ?
. अपना दिल स्वस्थ रखने के लिए अच्छी नींद लें।
. तनाव से दूर रहें।
. एक्सरसाइज करें।
. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की मानें तो हर दिन कम से कम 150 मिनट की मीडियम चाल या फिर 75 मिनट जरुर चलें।
. डाइट में सब्जियां, साबुत अनाज, फलिया, नट्स जैसी चीजें शामिल करें।
. धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं।