पीरियड्स का समय किसी भी महिला के लिए बहुत मुश्किल भरा होता है। इस दौरान शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस के चलते ऐंठन, कमर दर्द और मूड स्विग्ंस होना सामान्य है। लेकिन कई बार पीरियड्स के दौरान प्राइवेट पार्ट में असहनीय दर्द होने लगता है। ये दर्द इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि दवा भी लेनी पड़ सकती है। ये एक ऐसी समस्या है जो महिलाएं किसी से खुलकर शेयर भी नहीं कर सकती हैं। लेकिन ऐसी तकलीफों को नजरअंदाज करने की गलती न करें। कई बार ये दर्द गंभीर बीमारी जैसे डिसमेनोरीया (dysmenorrhoea) के संकेत हो सकते हैं...
क्या है डिसमेनोरीया ?
डिसमेनोरीया पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द है। इस बीमारी में गर्भशय के अंदर की झिल्ली बाहर निकल जाती है और पीरियड्स की ब्लीडिंग के दौरान तेज दर्द होता है। इसके अलावा पीरियड्स में प्राइवेट पार्ट में दर्द के ये कारण भी हो सकते हैं।
फाइब्रॉएड
फाइब्रॉएड गर्भशय गैर- कैंसरयुक्त ग्रोथ है जिससे प्राइवेट में तो नहीं लेकिन पेल्बिक में दर्द और दबाव बनता है और पीरियड्स के दौरान प्राइवेट पार्ट में discomfort और दर्द होता है। इसकी वजह से शारीरिक संबंध बनाने बनते हुए भी दर्द होता है।
इंफेक्शन
यीस्ट इंफेक्शन या बैक्टीरियल वेजिनोसिस जैसे संक्रमणों से प्राइवेट पार्ट में दर्द रहता है जो पीरियड्स के दौरान वहां की पीएच और नमी के स्तर में बदलाव के कारण बढ़ सकता है।
शरीर में पोषक तत्वों की कमी
पीरियड्स के दौरान वैसे थोड़ा दर्द होना तो आम पर अगर शरीर में पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, प्रोटीन की कमी है तो भी ये परेशानी हो सकती है।
हार्मोनल इंबैलेंस
हार्मोंस में बदलाव के कारण भी प्राइवेट पार्ट में दर्द हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि अपनी डाइट का भी खास ध्यान रखें तो समस्या से राहत मिलेगी।
खून की कमी
अगर शरीर में खून की कमी है तो भी प्राइवेट पार्ट में दर्द की वजह बन सकता है, क्योंकि रक्त का संचार सही तरीके से नहीं होता है ।
एलर्जी
कुछ महिलाओं को पैड या टैम्पोन जैसे प्रोडक्ट्स से एलर्जी हो सकती है। फिर पीरियड्स में इसके इस्तेमाल से प्राइवेट पार्ट में जलन और असुविधा पैदा कर सकती है।
कैसे पाएं निजात
- अपने डाइट में ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन ई, मैग्नीशियम, जिंक और विटामिन बी1 से भरपूर चीजें शामिल करें।
- शरीर में आयरन की कमी पूरी करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जिया, काले चने, दूध, दही, फलों के जूस का सेवन करें।
- पीरियड्स के दौरान गर्म दूध में गुड़ डालकर पीएं। इससे दर्द में बहुत आराम मिलेगा।
- ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट ज्यादा होते हैं। इसे पीने से दर्द से बहुत आराम मिलता है।
- गर्म पानी से नहाएं। इससे दर्द कम हो जाता है। इसके अलावा गर्म पानी की बोतल से पेट के नीचे वाले हिस्से की सिकाई करें।
- गुनगुन पानी पीएं।
नोट- पीरियड्स के दौरान प्राइवेट पार्ट में दर्द होने पर एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।