ल्यूकोरिया कोई खतरनाक बीमारी नहीं, इस प्रॉब्लम को आम भाषा में व्हाइट डिस्चार्ज कहा जाता है। यह प्रॉब्लम हर एक लड़की में 12-13 साल से होनी शुरु हो जाती है। कुछ लड़कियों में यह फंक्शन पीरियड्स से पहले शुरु हो जाता है, तो कुछ लड़कियों के पीरियड्स के बाद या फिर उसी के साथ इस चीज का सामना करना पड़ता है। व्हाइट डिस्चार्ज की प्रॉबल्म हर लड़की को होती है, यह एक आम बात है, मगर जरुरत से ज्यादा व्हाइट डिस्चार्ज होने पर थोड़ा सावधान होने की जरुरत होती है। आइए जानते हैं बॉडी के इस फंक्शन के बारे में थोड़ा विस्तार से...
क्यों होता है व्हाइट डिस्चार्ज?
जब एक लड़की को पीरियड्स शुरु होते हैं, उस दौरान उसके शरीर में कई हार्मोनल बदलाव आते हैं। जिनमें से एक कारण व्हाइट डिस्चार्ज है। असल में व्हाइट डिस्चार्ज होने की कई वजह हैं। जैसे कि... कई बार घबराहट की वजह से कुछ महिलाओं को व्हाइट डिस्चार्ज ज्यादा होने लगता है। इसके अलावा कई बार प्राइवेट पार्ट की इंफेक्शन की वजह से भी यह समस्या बढ़ने लगती है। खाने में पूरी तरह पोषक तत्व न लेना और बार-बार प्रेगनेंसी कंसीव करने की वजह से भी महिलाओं में यह समस्या देखने को मिलती है।
व्हाइट डिस्चार्ज की वजह से होने वाली समस्याएं..
अगर व्हाइट डिस्चार्ज ज्यादा होने लग जाए तो इस वजह से महिलाओं को चक्कर आना, थकावट महसूस होना, प्राइवेट पार्ट में इरीटेशन व खुजली, अजीव स्मैल महसूस करना और सिर दर्द जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
अगर आप या आपकी बेटी को इस डिस्चार्ज की समस्या ज्यादा है तो आप डॉक्टर को जरुर दिखाएं, साथ ही कुछ घरेलू नुस्खे भी जरुर फॉलो करें। आइए जानते हैं व्हाइट डिस्चार्ज से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय...
सबसे बेहतरीन उपाय
अंजीर एक तरह का ड्राई फ्रूट है। इसे व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या से राहत पाने के लिए लंबे अरसे से इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर आपको भी यह समस्या ज्यादा है तो हर रोज रात को 1 महिला के लिए 4 अंजीर कांच के गिलास में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर अंजीर पानी से निकालकर अच्छे से खाएं, उसके बाद बचा हुआ पानी पी लें। इससे आपके व्हाइट डिस्चार्ज की परेशानी बहुत जल्द ठीक हो जाएगी।
गाजर, पालक और गोभी
इस प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए हर रोज गाजर, पालक और गोभी का जूस या फिर सूप बनाकर पिएं। इनमें तीनों चीजों में भरपूर आयरन और पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो आपको व्हाइट डिस्चार्ज होने पर फील होने वाली कमजोरी से बचाकर रखते हैं। साथ ही इस समस्या को कम भी करते हैं।
भुने हुए चने
हर रोज 1 मुट्ठी भुने हुए चने लें। इसके साथ चाहें तो गुड़ का सेवन भी कर सकते हैं।
हरी सब्जियां
हफ्ते में 5 दिन लंच टाइम में हरी सब्जी का ही सेवन करें। लंच स्नैक्स में उबली हुए ब्रोकली का सेवन करें।