छोटे बच्चों की त्वचा बहुत ही कोमल होती है। छोटे-मोटे घाव के कारण भी त्वचा पर निशान पड़ सकते हैं। इसके अलावा ज्यादा देर तक डायपर डालने के कारण भी बच्चों को रैशेज होने लगते हैं। हालांकि डॉक्टर इस समस्या से बचाने के लिए कई तरह के क्रीम लगाने की भी सलाह देते हैं। आप बच्चे की त्वचा के रैशेज को दूर करने के लिए प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
एलोवेरा
आप एलोवेरा का इस्तेमाल भी बच्चे की रैशेज की समस्या दूर करने के लिए कर सकते हैं। बच्चे के रैशेज को दूर करने के लिए यह प्राकृतिक उपाय बहुत ही मददगार हो सकता है। एलोवेरा में पाए जाने वाली एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टी रैशेज की समस्या को ठीक करने में सहायता करती है।
दलिया
आप बच्चे की त्वचा के रैशेज दूर करने के लिए दलिया का भी इस्तेमाल भी कर सकते हैं। ओट्स में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो रैशेज की समस्या में आराम देने में सहायता करता है। इसके अलावा रैशेज के कारण होने वाले दर्द को भी दूर करने में सहायता करते हैं।
नारियल तेल
आप बच्चे के डायपर रैशेज की समस्या दूर करने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसमें एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो त्वचा के रैशेज दूर करने में सहायता करते हैं। नियमित तौर पर यदि आप बच्चे की त्वचा पर नारियल तेल इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी त्वचा में रैशेज की समस्या कम हो सकती है।
लैवेंडर ऑयल
लैवेंडर ऑयल भी आप बच्चे की त्वचा के रैशेज दूर करने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके सूदिंग गुणों के कारण बच्चे को किसी भी तरह की इरिटेशन नहीं होती। आप नारियल तेल में लैवेंडर ऑयल मिलाकर बच्चे की त्वचा पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
सेंधा नमक
आप सेंधा नमक भी बच्चे की डायपर की समस्या को कम करने में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें सूजन-रोधी गुण और मैग्नीशियम पाया जाता है। यह बच्चे की त्वचा से जलन और सूजन को कम करने में सहायता करता है। एक टब पानी में आप 2 टम्मट सेंधा नमक मिलाएं। शिशु को आप इस पानी में कम से कम 10-15 मिनट के लिए बैठाकर रखें। बच्चे के रैशेज कम हो जाएंगे। इस नुस्खे का इस्तेमाल आप हफ्ते में दो बार कर सकते हैं।