चीन के वुहान शहर से शुरु होने वाला कोरोना वायरस, इटली और अमेरिका के बाद भारत में इतनी तेजी से बढ़ जाएगे, इस बारे में शायद अनुमान नहीं लगा था। खैर अब तक भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों के कुल आंकड़े 3 लाख 20 हजार के करीब हो चुके हैं, जिनमें से कुल 9000 के करीब लोग मौत का शिकार हो चुके हैं। आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि समस्या कितनी तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में जरूरी है बेवजह घर से बाहर न निकलें और हल्के-फुल्के लक्षण भी दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाकर अपनी जांच करवाएं।
दिखाई देने वाले नए लक्षण
बात अगर करें कोरोना से शुरुआती लक्ष्णों के बारे में तो डॉक्टरों द्वारा खांसी-जुकाम को ही कोरोना का सबसे अहम संकेत बताया जा रहा था। मगर जैसे जैसे मरीज बढ़ते चले गए, वैसे-वैसे जांच करने पर हर मरीज में अलग-अलग लक्षण डॉक्टर्स को दिखाई देने लगे। हाल ही में, स्वास्थय मंत्रालय द्वारा कोरोना से पीड़ित व्यक्ति में एक और लक्षण दिखाई देने की बात की जा रही है, जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ महसूस होने के साथ-साथ उसके सूंघने की शक्ति भी खत्म हो जाती है। बता दें कि इस प्रकार के लक्षणों की चर्चा शुरुआत में अमेरिका द्वारा भी की गई थी।
ब्रिटेन में ENT यानि आंख, कान और नाक के डाक्टर्स द्वारा लोगों को सलाह दी जा रही है, कि अगर आपको भी 1-2 दिन से ज्यादा अपने घर में कुछ स्मैल महसूस न हो या फिर कानों से सन्न-सन्न की आवाज सुनाई दे तो एक बार अस्पताल जाकर अपना कोरोना टेस्ट करवा लें। देखने और पढ़ने में आया है कि कुछ माओं को अपने बच्चों द्वारा गीला किया गए नैपी की स्मैल ही महसूस नहीं हुई। जिसके चलते डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाने पर वह महिला कोरोना पॉजिटिव निकली।
मुख्य लक्षण
कोरोना के मुख्य लक्षणों में खांसी, जुकाम, थकान, सजगता में कमी, दस्त, भूख न लगना और बुखार शामिल हैं। यह लक्षण ज्यादातर बुजुर्ग व्यक्ति और उन बच्चों में देखें गए हैं, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। जैसा कि आपको बताया जा चुका है कि प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग लक्षण दिखाई दिए गए हैं, स्वास्थय मंत्रालय द्वारा बताए गए आंकड़ों के अनुसार 11 जून तक 27% मामलों में बुखार, 21% मामलों में खांसी, 10% मामलों में गले में खराबी, 8% मामलों में सांस लेने में तकलीफ, 7% मामलों में कमजोरी, 3% मामलों में नाक बहने और 24% मामलों में अन्य लक्षणों की शिकायतें मिली।
दूरी में ही है सुरक्षा
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लोगों को समय समय पर एक दूसरे से दूरी बनाकर बैठने और खाने-पीने की सलाह दी जा रही है। आम लक्ष्णों के चलते पता नहीं चल पाता कि कौन व्यक्ति कोरोना से पीड़ित है और कौन नहीं, ऐसे में गलती से भी प्रभावित व्यक्ति के चपेट में आने से आप बहुत ही जल्द कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। बेवजह किसी भी व्यक्ति के घर न जाएं, किसी को अपने घर आमंत्रित न करें, अपनों से रिश्तेदारों के साथ वीडियो कॉल के जरिए बात करें।
देश की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए भले लॉकडाउन खोल दिया गया है, मगर इसका मतलब यह नहीं कि आप सड़कों पर घूमें। लॉकडाउन खोलने का मक्सद बस देश की आर्थिक स्थिति को सही बनाए रखना है। आने वाले कुछ समय तक सोशल डिस्टेसिंग की बहुत ज्यादा आवश्यकता है, इस बात को घर से निकलते वक्त हमेशा ध्यान में रखें।