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बच्चे को बोलने नहीं दे रहा है मां का ज्यादा स्क्रीन टाइम ! वक्त रहते बना लो स्मार्टफोन से दूरी

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 01 Jul, 2024 12:44 PM
बच्चे को बोलने नहीं दे रहा है मां का ज्यादा स्क्रीन टाइम ! वक्त रहते बना लो स्मार्टफोन से दूरी

बच्चे अपने मां-बाप से ही अच्छा-बुरा और सही गलत सीखते हैं। पर अगर मां-बाप की गलत आदतों को अपनाएंगे तो बच्चे भी तो वहीं सिखेंगे। यह तो हमने कई बार सुना है कि छोटे बच्चों को मोबाइल देना बहुत ही खतरनाक होता है, पर इस बात पर कोई गौर नहीं करता कि उनके आस-पास मोबाइल चलाना भी बेहद नुकसानदायक है। हाल ही में एक स्टडी में इस बात की चेतावनी दी गई कि मां का ज्यादा देर तक स्मार्टफोन यूज करने से बच्चे पर क्या असर पड़ता है।

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बच्‍चों का भविष्‍य हो रहा खराब

दुनिया भर में कई रिसर्च बताते हैं कि  मोबाइल, गैजेट्स और ज्यादा टीवी देखने की लत बच्‍चों का भविष्‍य खराब कर रही है. इससे उनमें वर्चुअल आटिज्‍म का खतरा बढ़ रहा है। टेक्सास यूनिवर्सिटी की स्टडी में यह दावा किया गया है कि मां का ज्यादा देर तक स्मार्टफोन पर व्यस्त रहना भी नवजात का मानसिक विकास प्रभावित करता है।

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बच्चों से कम बात कर रहे हैं माता- पिता

शोधकर्ताओं का दावा है कि जब मांएं स्मार्टफोन का इस्तेमाल करती हैं, तो वे अपने बच्चों से 26% तक कम बात करती हैं। ऐसे में माता-पिता को यह सलाह दी जाती है कि  मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से पहले अपने बच्चे की जरूरतों को लेकर 'सचेत' रहें। स्टडी में कहा गया है कि माता-पिता नवजात से पर्याप्त बातचीत करते हैं तो उनकी भाषा समृद्ध होती है। इससे उनमें अपनी बात व्यक्त करने की समझ भी विकसित होती है।

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समय का रखें खास ख्याल

शोधकर्ताओं के मुताबिक कर सुबह 9-10 बजे, दोपहर 12-1 बजे और दोपहर 3-4 बजे के दौरान अगर बच्चों से कम बात होती है तो उनके शब्द सीखने की क्षमता कमजोर होती है। पहले भी इस तरह की रिसर्च में दावा किया गया था कि  देश के 90% बच्चों को मां-बाप का पर्याप्त समय नहीं मिल पाता। जिसकी वजह से वे भी फोन की जद में आ जाते हैं।


इन तरह  पैरंट्स करें खुद में सुधार

- जिस तरह बच्चों को स्मार्टफोन  एक सीमित समय के लिए ही इस्तेमाल करने चाहिए, उसी तरह पैरंट्स को भी इन डिवाइसेज पर कम समय बिताना चाहिए।

-फोन को स्ट्रेस दूर करने का एक माध्यम बनाने के बजाय बच्चों के साथ वक्त गुजारें

- पैरंट्स को अपने परिवार के साथ खाना चाहिए, अधिक से अधिक उनके साथ समय बिताना चाहिए।
 

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