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मेनोपॉज़ में रिश्तों में दूरी नहीं समझदारी जरूरी, यौन स्वास्थ्य पर खुलकर बोले एक्सपर्ट्स

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 21 Jul, 2025 04:22 PM
मेनोपॉज़ में रिश्तों में दूरी नहीं समझदारी जरूरी, यौन स्वास्थ्य पर खुलकर बोले एक्सपर्ट्स

 नारी डेस्क:  मेनोपॉज़ एक स्वाभाविक जैविक प्रक्रिया है, लेकिन इसके दौरान महिलाओं के शरीर और जीवनशैली में कई महत्वपूर्ण बदलाव आते हैं, जिनमें यौन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं अक्सर नजरअंदाज कर दी जाती हैं। समाज में इस विषय को लेकर फैले संकोच और जागरूकता की कमी के कारण महिलाएं चुपचाप इस दौर को झेलती हैं। इसी संवेदनशील लेकिन जरूरी विषय पर "नारी पंजाब केसरी" ने मेनोपॉज़ कोच और 'मेनोवेदा' की को-फाउंडर तमन्ना सिंह से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने मेनोपॉज़ के दौरान महिलाओं की यौन सेहत, मानसिक स्थिति और जागरूकता के महत्व पर विस्तार से जानकारी साझा की।

क्यों घटती है यौन इच्छा

एस्ट्रोजन स्तर में गिरावट से योनि में शुष्कता और जलन

हार्मोनल बदलाव से मूड स्विंग्स, थकान और अवसाद

आत्म-छवि और शरीर को लेकर असुरक्षा की भावना

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इसका असर

पति-पत्नी के रिश्तों में दूरी

आत्मविश्वास की कमी

मानसिक तनाव और अकेलेपन की भावना

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उपाय और समाधान

1. खुलकर बात करें: पार्टनर से संवाद बनाए रखना सबसे अहम है। यह न केवल समझ को बढ़ाता है, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव को भी मजबूत करता है।

2. प्राकृतिक लुब्रिकेंट्स और योनि मॉइस्चराइज़रः आयुर्वेदिक या केमिकल फ्री विकल्प उपयोगी हो सकते हैं।

3. हार्मोनल थैरेपीः डॉक्टर की सलाह से एस्ट्रोजन क्रीम या लो डोज़ ट्रीटमेंट फायदेमंद हो सकते हैं।

4. योग और मेडिटेशनः शरीर से जुड़ाव और मानसिक तनाव कम करने के लिए उपयोगी।

5. आयुर्वेदिक औषधियां: शतावरी, अशोक और लोध्र यौन स्वास्थ्य के लिए प्रभावी माने जाते हैं।

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महिलाओं को यह समझना ज़रूरी है कि यौन स्वास्थ्य केवल सेक्सुअल एक्टिविटी नहीं बल्कि संपूर्ण जीवन की गुणवत्ता, आत्मविश्वास और रिश्तों की संतुलन का हिस्सा है। इसे अनदेखा करना स्वयं के अधिकारों की उपेक्षा है। मेनोपॉज़ के बाद भी यौन जीवन सक्रिय और सुखद हो सकता है, बस जरूरत है सही जानकारी और स्वीकृति की।

 

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