खूबसूरत दिखने की चाह में महिलाएं कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं। इसमें से एक है लिपस्टिक जिसे महिलाएं लगाना बहुत पसंद करती हैं, लेकिन स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि लिपिस्टिक लगाने से कैंसर के साथ-साथ कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। ज्यादातर लिपिस्टिक में कार्सिनोजेनिक (कैंसर पैदा करने की संभावना वाला) नामक केमिकल होता है जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। वहीं लिप ग्लॉस और लिपिस्टिक में क्रोम्यम, लेड, एल्युमिनियम, कैडमियम और कई अन्य टॉक्सिंस होते हैं, जो हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं।
कॉस्मेटिक्स में है खतरनाक केमिकल
आजकल हर कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में केमिकल का इस्तेमाल हो रहा है। लेकिन क्या आपको पता है लिपस्टिक में PFAS ( पॉलीफ्लूरोकाइल ) जैसे खतरनाक केमिकल मिला होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि कॉस्मेटिक्स को लंबे समय तक टिके रहने के लिए इसमें कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल होता है।
क्या होता है पॉलीफ्लूरोकाइल (PFAS )
PFAS यानी पॉलीफ्लूरोकाइल एक केमिकल है। यह कार्बन और फ्लोरीन का बॉन्ड है। यह जल्दी से टूटता नहीं, इस वजह से यह केमिकल पर्यावरण में नहीं घुलता। इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल टेक्सटाइल और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में हो रहा है। कई देशों में बैन होने के बावजूद भारत में इसका इस्तेमाल कई चीजों को बनाने में हो रहा है।
लिपस्टिक से होते हैं कई नुकसान
1. लगातार लिपस्टिक लगाने से कई तरह की एलर्जी या इन्फेक्शन भी हो सकता है।
2. इससे होंठों का रंग काला पड़ सकता है।
3. लिपस्टिक में मौजूद लेड, एल्यूमिनियम, क्रोमियम, कैडमियम और मैग्रीशियम शरीर में चला जाता है जिससे ये बीमारी का कारण बनती है।।
4. कई महिलाएं लिपस्टिक को आईशैडो के रुप में इस्तेमाल करती हैं, जिससे आंखों को भी गंभीर नुकसान हो सकता है।
5. वहीं कई महिलाओं को लिपस्टिक के लगातार इस्तेमाल से प्रेग्नेंट होने में दिक्कत आती है।
6. रोज लिपस्टिक लगाने से किडनी फेल होने के चांसेस भी बढ़ जाते हैं। ऐसा लिपस्टिक में प्रयोग किए गए इंग्रीडिएंट कैडमियम के कारण होता है।
कैंसर का खतरा
लिपिस्टिक में कार्सिनोजेनिक नामक साम्रगी होती है, जिससे कैंसर जैसे जानलेवा रोग का भी खतरा रहता है। वहीं लिपस्टिक को लंबे समय तक टिकने के लिए उनमें डाले गए केमिकल से खांसी, आंखों में जलन, गले में घरघराहट और अन्य प्रकार की एलर्जी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
प्रेग्नेंट महिलाएं रखें खास ध्यान
लिपस्टिक बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले लेड की वजह से यह प्रेग्नेंसी के लिए भी खतरनाक हो सकता है। यह प्रेग्नेंट महिला और उसके भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकता है। जिसकी वजह से मिसकैरेज तक की समस्या हो सकती है। लिपस्टिक होठों के जरिए पेट तक पहुंच सकती है, जिसमें खून में लेड का लेवल बढ़ सकता है। प्रेग्नेंसी में लेड यानी सीसा आसानी से प्लेसेंटा को पार कर सकता है, जिससे बच्चे में जन्मजात लेड टॉक्सिटी होने का खतरा बढ़ सकता है।
बांझपन का भी खतरा
लिपस्टिक में मौजूद विभिन्न केमिकल की वजह से बांझपन की समस्या भी पैदा हो सकती है। महिलाएं दिनभर में कई बार लिपस्टिक होठों पर लगाती हैं, जिसकी वजह से लिपस्टिक में मौजूद केमिकल मुंह के रास्ते से पेट में पहुंचते हैं। यह केमिकल पेट में जाकर बांझपन जैसी परेशानी ला सकते हैं।
ऐसे करें लिपस्टिक के साइड इफेक्ट से बचाव
1. इस्तेमाल किए गए इंग्रीडिएंट को एक बार चेक जरुर करें।
2. लिपस्टिक लगाने से पहले होंठों पर पेट्रोलियम जेली लगाएं।
3. प्रेग्नेंसी में लिपस्टिक का इस्तेमाल ना करें।
4. सप्ताह में 3 बार से ज्यादा लिपस्टिक ना लगाएं।
5. बाजार में केमिकल फ्री और पैराबेन फ्री लिपस्टिक भी आती है। इनका इस्तेमाल से आपके होंठों पर नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
6. लिपस्टिक का अच्छा ब्रांड ही खरीदें। लोकल ब्रांड भले ही सस्ते हो, लेकिन वो सेहत के लिए हानिकारक भी होते हैं।
7. लिपस्टिक लगाने से पहले होठों पर एक बेस जरूर लगाएं। बेस बनाने के लिए कंसीलर का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह होठों पर लिपस्टिक के बीच एक परत बना देता है। ऐसा करने से लिपस्टिक के साइड इफेक्ट से बचा जा सकता है।