शिशु के विकास के लिए मां का दूध सबसे जरूरी होता है, ये बात तो सभी माएं जानती ही हैं। मगर कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो Mother Feed यानि मां का दूध पीने से कतराते हैं, या फिर सब कुछ घर का बना खाने के बावजूद बच्चे की सेहत नहीं बनती या फिर वो बीमार रहता है। इसकी एक वजह बच्चे को मां के दूध से एलर्जी हो सकती है। तो आइए जानते हैं ऐसा होने के पीछे का कारण और सही इलाज...
मां का खाया अनहैल्दी फूड बनता है बच्चों में एलर्जी होने का कारण
एक्सपर्ट्स के मुताबिक असल में, बच्चे को मां के दूध से नहीं उसके दूध बनने में होने वाले बदलावों के कारण एलर्जी होती है। असल में मां द्वारा खाई गई चीजें दूध में मिलकर गलत प्रभाव डालती है। ऐसे में जो माएं बच्चे को दूध पिलाती है उन्हें अपनी डेली लाइफ में कुछ चीजें जैसे कि टोफू, सोया, ज्यादा तला और मसालेदार भोजन करने से बचना चाहिए। नहीं तो दूध में बदलाव आने के कारण बच्चे खुद ही इसे पीना बंद कर देते है।
सन् 1983 में स्वीडन में हुई एक रिसर्च द्वारा इस बात का पता लगाया गया था कि बच्चे को एलर्जी होने का कारण मां का दूध नहीं बल्कि उसके द्वारा खाया अनहैल्दी फूड होता है। इसके साथ ही मां के द्वारा सेवन किए गाए भोजन में शक्कर और प्रोटीन के कारण भी दूध में बदलाव आने लगता है। इसके कारण बच्चे दूध पीने से चिढ़ जाते हैं। साथ ही एलर्जी के शिकार होने लगते हैं।
बच्चे को दूध से एलर्जी होने पर दिखते हैं ये लक्षण
एसिडिटी रहना
पेट में असहनीय दर्द होना
दस्त लगना
स्किन रैशेज होना
पीलिया या जॉन्डिस का शिकार होना
दूध पीते ही उल्टी कर देना
दूध का न पचना
दूध पीने से आना- कानी करना
बच्चे को दूध से एलर्जी होने का इलाज
- मां को अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए।
- ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो पौष्टिक और जल्दी पच जाने वाली हो।
- माओं को गाय के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए।
- उन चीजों को खाने से दूरी बनानी चाहिए जिससे एलर्जी होने का खतरा रहता है। अक्सर बहुत से लोगों को गेंहू के आटे, अंडे, मूंगफली, टोफू आदि चीजों से एलर्जी होती है। ऐसे में माओं को इन चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए।
- अच्छे से पीडियाट्रिशियन से संपर्क कर बच्चे के लिए सही फॉर्मूला दूध चूनें।
- आप चाहे तो बच्चों को गैलोक्टोज़-फ्री फॉर्मूला दूध भी पिला सकते हैं।
इस तरह मां द्वारा अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए। ताकि बच्चे को मां के दूध से एलर्जी होने का खतरा कम हो।