किसी भी महिला के लिए प्रेगनेंसी एक अनमोल पल है। यह खबर परिवार में खुशियां वाली होती है। इस दौरान महिलाओं को अपना पूरा ख्याल रखना चाहिए, खासकर के वो क्या खा रही है इस बात पर ध्यान देने रखना बहुत जरुरी है। खाने में ऐसी कई सारी चीज़ें हैं, जिन्हें सदियों से मां और होने वाले बच्चे के लिए नुकसानदायक माना जाता है। ऐसा ही कुछ का चावल को लेकर भी मिथक है। प्रेग्नेंसी में चावल न खाने की सलाह दी जाती है। तो आइए जानें इसमें कितना सच है।
प्रेग्रेंसी में चावल खाना सही है?
प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के मिथक सुनने में आते हैं, जिससे सिर्फ कंफ्यूज़न ही पैदा होता है। इसमें कोई शक नहीं कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेहत और डाइट का अहम ख्याल रखना होता है, ताकि मां और बच्चा दोनों सेहतमंद रहें। सफेद और ब्राउन चावल प्रेग्रेंसी के दौरान खाना बिल्कुल सुरक्षित है, हालांकि चावल कितना खा रहे हैं, उसपर कंट्रोल होना चाहिए क्योंकि अगर इसका अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो अपका वजन बढ़ सकता है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि चावल को अपनी रोज़ की डाइट में शामिल करने से लाभ मिल सकते हैं। क्योंकि यह मैग्नीशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो बच्चे के बेहतर संज्ञानात्मक विकास में मदद करता है और मां के स्वास्थ्य को भी सपोर्ट करता है।
ब्राउन राइस है सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद
अक्सर प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए चावल खाने का मन हो तो ब्राउन राइस ही खाएं। इससे कब्ज से बचा जा सकता है क्योंकि इस राइस में घुलनशील फाइबर भारी मात्रा में मौजूद होता है। ब्राउन राइस में ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम मात्रा होता है। ऐसे में इसका सेवन जब सीमित मात्रा में किया जाए तो इंसुलिन रेगुलेशन सही तरीके से होता रहता है।
ऐसे करें चावल का सेवन
प्रेग्नेंनेट महिलाओं चावल का सेवन साल्मन मछली के साथ सेवन कर सकती हैं। साल्मन मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे बच्चे का मानसिक विकास सही से होता है। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेटिव, एंटी-कार्सिनोजेनिक के गुण पाए जाते हैं। ये गुण मस्तिष्क को सभी प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं।
इस बात का रखे ध्यान
अपनी हेल्थ के अनुसार आप डॉक्टर से पूछें कि आपके लिए कितनी मात्रा में चावल खाना सही रहेगा। कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी में कच्चे चावल खाने की क्रेविंग होती है, जो कि सही नहीं है। कच्चे चावलों में केमिकल हो सकते हैं जो कि मां और शिशु के लिए हानिकारक साबित हो सकता है इसलिए हमेशा चावल को पका कर ही खाएं।