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Coronavirus: क्या वैक्सीन से ज्यादा बेहतर है 'प्राकृतिक इम्यूनिटी'? जानिए विशेषज्ञों की राय

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 09 Dec, 2020 10:40 AM
Coronavirus: क्या वैक्सीन से ज्यादा बेहतर है 'प्राकृतिक इम्यूनिटी'? जानिए विशेषज्ञों की राय

फाइजर, मॉडर्ना और कोवैक्सीन को लेकर दुनियाभर में चर्चा चल रही है क्योंकि वैज्ञानिकों का दावा है कि ये कोरोना वैक्सीन 90-95% तक कारगार है। वहीं, हाल ही में सांसद रैंड पॉल ने ट्वीट के जरिए कहा कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद शरीर में बनने वाली 'प्राकृतिक इम्यूनिटी' वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा बेहतर है, जो 99.9982 फीसदी तक होती है। चलिए आपको बताते हैं कि इस बारे में विशेषज्ञ की क्या राय हैं...

क्या वैक्सीन से ज्यादा फायदेमंद 'प्राकृतिक इम्यूनिटी'

इस बारे में टोरंटो यूनिवर्सिटी की इम्यूनोलॉजिस्ट जेनिफर गोमरमैन ने कहा कि वैक्सीन के मुकाबले नेचुरल इम्यूनिटी ज्यादा बेहतर है यह थ्योरी सही नहीं है। इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कौन कोरोना संक्रमण से बच सकता है इसलिए वैक्सीन ही बचाव की पहली प्राथमिकता है। कोरोना वैक्सीन उम्मीद के मुताबिक ज्यादा सुरक्षित और प्रभावी प्रतिरक्षा पैदा करने में मदद करेगी।

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कोरोना से बचाव में ज्यादा असरदार वैक्सीन

एक्सपर्ट के मुताबिक, वैक्सीन से लोगों के शरीर में उतनी इम्यूनिटी तो बन जाएगी जिससे वो गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़ेंगे। वहीं, वैक्सीन कोरोना से बीमार होने के मुकाबले भी ज्यादा फायदेमंद है। अमेरिका के महामारी रोग एक्सपर्टे बिल हैनेज ने कहा कि कोरोना की वजह से हल्के बीमार होने वाले लोगों की इम्यूनिटी कुछ महीने में कम हो सकती है लेकिन वैक्सीन से ऐसा नहीं होगा।

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क्या ठीक हो चुके लोगों को भी लगेगी वैक्सीन

वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी की वायरोलॉजिस्ट मैरिअन पेपर ने बताया कि जो लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद भी वैक्सीन लगवाई जा सकती है क्योंकि इससे इम्यूनिटी और बेहतर होगी और इसका कोई नुकसान भी नहीं है। वैक्सीन ट्रायल में शामिल होने वाले करीब 10% लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। हालांकि ऐसे लोगों का इम्यून रेस्पॉन्स भी काफी अच्छा रहा लेकिन वैज्ञानि अभी शोध कर रहे हैं।

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गौरतलब है कि हाल ही में कोवैक्सीन वैक्सीन लेने के बावजूद हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद से इसे लेकर आशंकाए जताई जा रही है। मगर, डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना से बचाव के लिए प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम 2 डोज लेनी होगी।

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