दिल की बीमारी को बुढ़ापे की निशानी के तौर पर देखा जाता था, लेकिन यह पहले की बातें थी। एक दशक पहले 50 की उम्र पार करते-करते हृदय रोग के लक्षण दिखना आम बात थी, लेकिन अब हालात ऐसे हो गए हैं कि बुढ़े लोगों से ज्यादा युवा इस रोग का ज्यादा शिकार हो रहे हैं। 45-50 की जगह 25 से 30 साल के युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं और इस सब का सबसे बड़ा कारण है तनाव, खराब लाइफ स्टाइल और खान-पान की गलत आदतें। हाल ही में अभिनेत्री सुष्मिता सेन को भी दिल का दौरा पड़ा था और उनकी एंजियोप्लास्टी हुई।
सुष्मिता सेन को भी आ चुका है हार्ट अटैक
सुष्मिता सेन के मामले में हैरानी इसलिए भी ज्यादा हो रही है कि वह बॉलीवुड की सबसे फिट एक्ट्रेसेस की गिनती में आती है। सुष्मिता सेन के केस ने उस धारणा को भी बदल दिया है कि अपनी फिटनेस का ख्याल रखने वाले लोगों को कोई बीमारी छू भी नहीं सकती है। सेन के अलावा और भी कई हस्तियां है तो हार्ट अटैक का शिकार हो चुके हैं, कुछ को तो अपनी जान से ही हाथ धोना पड़ा। दरअसल अच्छी सेहत और फिट रहने के लिए लोग पसीना तो खूब बहाते हें लेकिन कई बार जल्दी करने की होड़ में अति कर देते हैं। चलिए आज आपको बताते हैं कि किन गलतियों के कारण हार्ट अटैक जैसी घटनाएं बढ़ रही है।
क्या है प्रीमैच्योर हार्ट अटैक?
सबसे पहले जान लेते हैं कि प्रीमैच्योर हार्ट अटैक है क्या। समय से पहले या जल्दी दिल का दौरा वह होता है जो किसी पुरुष में 55 वर्ष की आयु से पहले या किसी महिला में 65 वर्ष की आयु से पहले होता है। इसमें हार्ट आने से पहले सीने में दर्द, भारीपन या जकड़न, एसिडिटी, बाएं कंधे या बाएं हाथ में दर्द, थोड़ा चलने पर सांस फूलना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें लोग इग्नोर कर देते हैं।शोधकर्ताओं का कहना है कि गलत लाइफस्टाइल के चलते लोगों को 10 साल से पहले ही हार्ट अटैक व दिल के रोगों जैसी समस्याएं हो रही हैं।
इन लाेगों को है ज्यादा खतरा
शोधकर्ताओं का मानना है कि 40 से अधिक उम्र के हर व्यक्ति को दिल की बीमारी होने की संभावना होती है खासकर तब जब मरीज़ को डायबिटीज और ब्लड प्रेशर की बीमारी हो। ऐसे हर व्यक्ति को स्वयं को तब तक दिल का मरीज ही मानना चाहिए, जब तक कि जांच में यह गलत नहीं पाया जाता। लोगों में दौड़ने के दौरान हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा रहता है, खासतौर पर उन जिन्हें दिल की समस्या तो होती है, लेकिन उसके लक्षण नहीं होते। डॉक्टरों का कहना है कि व्यक्ति को अपनी उम्र को ध्यान में रखकर ही एक्सरसाइज करनी चाहिए।
हार्ट अटैक का कारण
शोधकर्ताओं का मानन है कि युवाओं में इस बीमारी का प्रमुख कारक जंकफूड का सेवन, प्रदूषण, स्मोकिंग और व्यायाम कम या न करना है। इसके अलावा तनाव भी प्रमुख वजह है। इंडियन हार्ट एसोसिएशन (IHA) के मुताबिक, महिलाओं के मुकाबले पुरुषों को ज्यादा हार्ट अटैक आ रहे हैं। 50 साल से कम उम्र के 50 फीसदी लोगों में हार्ट डिसीस और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा है और 40 से कम उम्र के 40 प्रतिशत लोगों में हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ गया है। जो लोग अपने व्यक्तिगत जीवन में लम्बे समय तक तनाव से गुज़रते है वे दिल के दौरे के जोखिम का सामना कर सकते हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण
. सीने में तेज दर्द
. चक्कर या उल्टी आना
. अशांत मन और बेचैनी
. सांस लेने में दिक्कत
. अधिक पसीना आना
. कमजोरी महसूस होना
. तनाव और घबराहट
डायबिटीज के मरीजों में कभी-कभी ये लक्षण भी दिखाई नहीं देते और उन्हें Silent Heart Attack पड़ता है।
ये चीजें है दिल के लिए खतरनाक
नमक: ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर हाई रहता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ता है। जितना हो सके नमक का सेवन कम करना चाहिए ।
मीठा: अगर आप ज्यादा मीठा खाते हैं तो इससे शरीर में इंसुलिन का लेवल बढ जाता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ता है। जिससे हार्ट पर पेर्शर पडता है इसलिए हार्ट के मरीजों को ज्यादा मीठा नहीं खाना चाहिए।
सोडा या मीठे पेय पदार्थ: सोडा या कोल्ड ड्रिंक्स जैसे मीठे पेय पदार्थों का सेवन करने से सिर्फ हार्ट अटैक का नहीं बल्कि डायबिटीज, हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे का भी खतरा बढ़ जाता है।
मैदा: दिल के मरीजों के लिए मैदा जानलेवा साबित हो सकता है।क्योकि मैदा मे स्टार्च होता है जो शरीर मे जाने के बाद रबड़ बन जाता है ज्यादा मात्रा में मैदा खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है।
फ्राइड चिकन : फ्राइड चिकन में भरपूर मात्रा में ट्रांस फैट पाया जाता है. जो आपकी सेहत की दुश्मन है।
अगर अचानक आ जाए हार्ट अटैक तो क्या करें?
-अगर किसी व्यक्ति को अचानक हार्ट अटैक आ जाए तो सबसे पहले उसके टाइट कपड़े खोलकर जमीन पर लिटाएं और सिर को थोड़ा ऊपर कर दें।
-उनके हाथों -पैरों को रगड़ें , ताकि खून का दौरा दिल की तरफ हो। साथ ही एम्बुलेंस को फोन करके डॉक्टरी मदद बुलाए।
-अगर नब्ज नहीं चल रही है तो हॉस्पिटल पहुंचने तक सी.पी.आर. करें। मरीज को उल्टी आए तो उसका मुंह एक तरफ मोड़कर खोल दें ताकि उसका दम न घुटे।
-मरीज को सांस लेने पर तकलीफ हो तो नाक को उंगलियों से दबाकर अपने मुंह से उन्हें धीरे-धीरे सांस दें। 2-3 मिनट तक ऐसा करने से मरीज के फेफड़ों में हवा भर जाएंगी।
हेल्दी हार्ट के लिए अपनाएं ये हैल्दी हैबिट्स
लाइफस्टाइल सुधारें
बिगड़ता लाइफस्टाइल आपको छोटी उम्र में ही कोलेस्ट्रॉल की समस्या दे रहा है इसलिए सबसे पहले अपना लाइफस्टाइल व खान-पान सुधारें।
मोटापा कंट्रोल करें
मोटापे को जल्द से जल्द कंट्रोल करने की कोशिश करें। इसके लिए योग, व्यायाम व एक्सरसाइज करें और स्वस्थ खान-पान लें।
नियमित जांच जरूरी
30 से कम उम्र के युवा, जिनके घर में दिल के रोगों का पारिवारिक इतिहास हो, वो नियमित जांच करवाएं।
योग व एक्सरसाइज
मेडिटेशन भुजंगासन, शलभासन, सर्वांगासन करें। साथ ही रोज कम से कम 10 हजार कदम चलें। साथ ही वॉकिंग साइकिलिंग, जॉगिंग और स्विमिंग जैसी फिजिकल एक्टिविटी भी हार्ट अटैक का खतरे 30% कम करती है।
अच्छी नींद
रात में 6-8 घंटे की भरपूर नींद और सही टाइम पर सोने की आदत को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल करना चाहिए।
स्ट्रैस से रहें दूर
इन आदतों को अपनाने के बाद टेंशन लेने की आदत या स्ट्रैस को कम करने पर भी खूब काम करें।