कोरोना वायरस के खौफ के चलते लोग अपने ही घरों में बंद रहने को मजबूत हो गए हैं। इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए स्कूल, कॉलेज समेत कई दफ्तरों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं सरकार द्वारा लोगों से शांति और सावधानी बरती जाने की अपील की जा रही हैं।
WHO ने कहा कि कम से कम 14 दिन तक घरों से बाहर ना निकलें, खासकर जिन इलाकों में इंफेक्शन फैला हुआ है वहां भूलकर भी ना जाएं। यही नहीं, लोगों को घर के अंदर हुए भी कुछ टिप्स फॉलो करने की सलाह दी जा रही है। चलिए आपको बताते हैं सेल्फ कोरंटाइन (घर में कैद रहना) की स्थिति में भी किन बातों का खास ख्याल रखना होगा।
बाहर का खाना करें अवॉइड
भले ही आप घर के अंदर होगा लेकिन बाहर का खाना ऑर्डर करना आपके लिए खतरे से खाली नहीं होगा अगर बाहर से कोई चीज मंगवा रहे हैं तो पेमेंट ऑनलाइन करें। साथ ही कोई भी चीज लेने देने से बचे। ऑर्डर लेने से पहले भी ग्लव्स पहनें। साथ ही ऑर्डर लेने के बाद हाथ अच्छी तरह से धोएं।
खराब मास्क को जला दें
अगर आप घर में भी मास्क पहनकर रह रहे हैं तो ध्यान रखें कि वो डिसइंफेक्टेड होना चाहिए। इससे अलावा मास्क 6-7 घंटों से ज्यादा ना लगाएं और ना अपनी मास्क किसी के साथ शेयर करें। वहीं खराब मास्क को डस्बिन में फेंके या जला दें। इधर-उधर फेंकने की गलती ना करें। इससे इंफैक्शन फैल सकता है।
साफ-सफाई पर दें ध्यान
घर के अंदर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें। बाथरूम, टॉयलेट को भी अच्छी तरह साफ करें। किसी भी सरफेस को छूने से पहले हाथों में ग्लव्स पहनें। ग्लव्स उतारने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं।
बाहरी व्यक्ति से बनाएं दूरी
अगर कोई बाहरी व्यक्ति घर में आ रहा है तो उससे कम से कम 1-3 मीटर की दूरी बनाकर रखें। उन्हें हाथ साफ करने के लिए कहें। अपनी हाइजीन का भी ध्यान रखें।
पॉजिटिव सोचें
इस आपातकालीन स्थिति के कारण अगर आपको घर में रहना भी पड़ रहा है तो इसे नेगेटिव में ना लें। परिवार के साथ समय बिताने का यह एक बेहतरीन मौका है इसलिए खुश, स्वस्थ और सुरक्षित रहें।
लक्षण दिखने पर अलग रहें
कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर अलग कमरे में रहें यानि खुद को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन करें। अगर 14 दिन बाद भी लक्षण कम ना हो तुरंत संपर्क करें। घर के अन्य सदस्यों को अपने कपड़ों या बर्तनों के संपर्क में न आने दें।
अगर घर का कोई सदस्य कोरोना वायरस की चपेट में आ गया है तो बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को उससे ज्यादा खतरा है। ऐसे में तुरंत सरकारी हेल्पलाइन नंबर या किसी नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।