तेज रोशनी देखते ही चकाचौंध के कारण आपकी आंखे अपने आप बंद हो जाती है लेकिन कुछ देर बाद ही आप वापिस देखते हैं तो चीजें आपको साफ-साफ दिखाई देने लगती हैं। ऐसा तब होता है जब आपकी आंखें सामान्य हो लेकिन यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि रोशनी देखते ही सिरदर्द क्यों होता है और इससे कैसे बचा जाए।
फोटोफोबिया
अगर आपकी आंखें लाइट के प्रति सैंसेटिव हों तो लाइट आपको दर्द भी दे सकती है। लाइट सैंसेटिव आंखों पर प्रकाश पड़ते ही सिर या आंखों में दर्द की समस्या होने लगती है और चीजें धुंधली दिखाई देने लगती है। लाइट सैंसेटिविटी को ही मैडीकल साइंस में फोटो सैंसेटिविटी या फोटोफोबिया भी कहा जाता है। आई स्पेशलिस्ट की सलाह पर आंखों ऐसी दवाएं डालें, जो आखों को ड्राई होने से रोकें और संक्रमण न पैदा होने दें।
ड्राई आईज
आंखों में आंसू बनने की व्यवस्था प्रकृति ने इसलिए की है क्योंकि आंखों में हर समय एक पर्त नमी की जरूरत पड़ती है। किन्हीं कारणों से अगर यह नमी खत्म हो जाए यानी आपको रोशनी देखते सिरदर्द होता है तो सतर्क हो जाएं। आंखें रूखी हो जाए तो आपको देखने में परेशानी होगी। इसी समस्या के कारण आपकी आंखें प्रकाश के प्रति संवेदनशील भी हो सकती है।
ड्राई आईज के अन्य लक्षण
. आंखें लाल होना
. आंखों में किरकिरी से गड़ना
. दर्द होना
. धुंधला दिखाई देना।
माइग्रेन
लाइट सैंसटिविटी माइग्रेन का एक प्रमुख लक्षण है। अगर किसी व्यक्ति को माइग्रेन का अटैक पड़ता है तो उसे प्रकाश की तरफ देखने में परेशानी होने लगती है। ऐसे में अगर आपके मस्तिष्क में तेज दर्द उठता है जैसा कि माइग्रेन में अक्सर होता है तो आपके देखने की क्षमता प्रभावित होती है।
माइग्रेन के अन्य लक्षण
. आधे सिर में तेज दर्द
. भूख कम लगना
. आंखों में दर्द
. तेज आवाज से घबराहट
चलिए अब आपको बताते हैं कि इस समस्या से बचने के लिए क्या करें?
-सबसे पहले तो अपने डॉक्टर से चेकअप करवाएं, ताकि सह कारण का पता चल सके और अगर बात गंभीर हो तो उसे पहले ही संभाला जा सके। वैसे भी हर किसी को 6 महीने में 1 बार आंखों का चेकअप करवाते रहना चाहिए।
-आंखों को बार-बार हाथ से नहीं छूना चाहिए। इसके अलावा रगड़ने से भी बचना चाहिए। आंखों को छूने से पहले हाथों को धोना चाहिए।
-अगर आपका माइग्रेन टेंशन के कारण ट्रिगर हुआ है तो हीटिंग पैड का इस्तेमाल करें। हल्के दबाव के साथ सिर की सिकाई करते रहें। इससे राहत मिलेगी।
- रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करने के साथ 15 मिनट नंगे पैर घास पर भी चले। साथ ही योग करने से भी आंखों की रोशनी तेज होगी।
-डाइट में दूध, दही, नट्स, हरी सब्जियां, मौसमी फल, नारियल पानी, साबुत अनाज, मछली, सूप, जूस जैसी हैल्दी चीजें शामिल करें। साथ ही मसालेदार भोजन, जंक फूड्स से दूर रहें।
-अगर आपको चश्मा लगा है तो उसे लगाते भी रहें। साथ ही रोजाना 5-7 मिनट आंखों की मसाज भी करें।
-मोबाइल, कंप्यूटर जैसी चीजों से दूर रहें। रात को सोने से पहले तो इनका इस्तेमाल बिल्कुल भी ना करें।
-कंप्यूटर या लैपटॉप के सामने बैठकर जॉब करते हैं तो बीच-बीच में आंखों को रोस्ट दें। साथ ही हर 2-3 घंटे बाद पानी के छिंटे भी मारे।
-हाथ पर कुछ बूंद तेल की लें और इससे अपने माथे और गर्दन के हिस्से पर मसाज करें। इससे आपकी नर्व्स रिलैक्स होंगी जिससे आपको आधे घंटे में ही दर्द में राहत महूसस होगी।