मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो हर महिला को 21 से 35 दिनों के बीच की अवधि में आती है। महिलाओं के हार्मोनस के मुताबिक यह कभी 5 दिन तो कभी 6 दिन रहता है, हालाकिं मासिक धर्म की अवधि समय और परिस्थितियों के साथ बदलती रहती है। जैसे की शरीर में कमजोरी आना, तनाव रहना या फिर एनीमिया जैसी समस्याओं से ग्रस्ति होना। इस कारण किसी महीने में सामान्य पीरीयड आता है तो किसी महीने में महिला को पीरियड खुलकर नहीं आता है।
अगर आप भी इस समस्या से परेशान है तो आज हम आपको इससे जुड़ी हर जानकारी साझा करेंगे। जैसे कि खुलकर पीरियड न आने के क्या कारण हो सकते है, इसके लक्षण क्या है और इसका इलाज क्या है आज हम आपकों इससे संबंधित जानकारी साझा करें, आईए जानते हैं इनके बारे में-
खुलकर पीरियड न आने के क्या कारण है?
खुलकर पीरियड न आने का सबसे बडा कारण महिलाएं की खराब जीवनशैली और दिनचर्या है, जिस वजह से महिलाओं का मासिक धर्म प्रभावित होता है। लेकिन इसके अलावा भी ऐसे बहुत से कारण है जिसकी वजह से पीरियड खुलकर नहीं आता है।
ठीक खानपान न होना
महिलाओं के मासिक धर्म पर खानपान का असर अधिक पड़ता है। सही तरीके से भोजन न करने पर कमजोरी आ जाती है जिससे वजन घट जाता है और मासिक धर्म को रेगुलेट करने वाले हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं जिससे पीरियड खुलकर नहीं आता है।
पर्याप्त नींद न लेना
हर महिला को कम से कम आठ से नौ घंटे की स्वस्थ नींद लेना बहुत जरूरी है। इससे कम नींद लेने के कारण शरीर पर्याप्त मात्रा में कार्टिसोल का उत्पादन करता है। यह एक स्ट्रेस हार्मोन है जो मासिक धर्म को प्रभावित करता है।
तनाव लेना
अधिक तनाव लेने से मस्तिष्क पर गहरा असर पड़ता है जिससे मासिक धर्म चक्र हार्मोन को बदल देता है जिसके कारण पीरियड खुलकर नहीं आता है। जब तनाव कम हो जाता है तब पीरियड फिर से सामान्य हो जाता है।
हार्मोन का असंतुलन होना
शरीर में हार्मोन का असंतुलन होने से भी पीरीयड पर असर पड़ता है। महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन एक साथ मिलकर मासिक धर्म को रेगुलेट करते हैं। लेकिन जब एक हार्मोन ज्यादा हो जाता है और दूसरा कम तो पीरियड खुलकर नहीं आता है।
गर्भनिरोधक गोलियां लेना
हार्मोनल बर्थ कंट्रोल से भी पीरियड खुलकर नहीं आते। गर्भनिरोधक माध्यम जैसे पिल्स, पैच, रिंग और शॉट आदि शरीर में पर्याप्त अंडा नहीं बनने देती हैं जिसके कारण लाइट पीरियड होता है।
पीरियड खुलकर न आने के ये है मुख्य लक्षण-
पीरियड्स में ब्लड कम आने की समस्या होने पर इन लक्षणों से पहचान सकते है जैसे कि-
-दो दिन से कम ब्लीडिंग होना
-ब्लीडिंग हल्का और बहुत धीमी गति से होना।
-पहले और दूसरे दिन सामान्य ब्लींडिन न होना लेकिन पीरियड पूरी तरह से बंद भी न होना
-मासिक धर्म देर से शुरू होना।
-कम सैनिटरी पैड लगाने की जरूरत पड़ना।
पीरियड खुलकर आने के ये है घरेलू इलाज-
गाजर का जूस
पीरियड खुलकर आने के लिए गाजर का जूस बहुत ही फायदेमंद है। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है जो हार्मोन की क्रियाओं को बेहतर बनाता है। गाजर विटामिन ए का भी बढ़िया स्रोत होता है जो पीरियड को उत्तेजित करता है। पीरियड खुलकर आने के लिए रोजाना गाजर खाएं या नियमित रूप से सुबह एक गिलास गाजर का जूस पीएं।
पपीता
खुलकर पीरीयड आने के लिए पपीता बहुत ही फायदेमंद है। इसके लिए आप हर रोज करीब 200 ग्राम कच्चा पपीता खाएं इससे भी पीरियड खुलकर आते है। पपीता गर्भाशय की दीवारों को संकुचित करने में मदद करता है और रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है जिसके कारण पीरीयड रेगुलर हो जाती है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड
पीरीयड की समस्या से जुझने पर डॉक्टरों का मानना है कि प्रत्येक महिला को रोजाना ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन करना चाहिए। यह शरीर में हार्मोन का उत्पादन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और पीरियड खुलकर न आने की समस्या को दूर करता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड में अलसी, अखरोट, साल्मन मछली और कॉड लिवर ऑयल शामिल है।
दालचीनी
दालचीनी पीरीयड के लिए बहुत ही फायदेमंद है। एक्सपर्ट का मानना है कि दालचीनी में अच्छे स्वास्थ्य के गुण छिपे होते हैं। अगर आपका मासिक धर्म खुलकर नहीं आता है तो दालचीनी पाउडर को पानी में उबालें और छानकर दिन में दो बार पीएं। इससे खुलकर पीरीयड आते है।