लाल ग्रेनाइट पत्थर लगे 1.10 लाख वर्ग मीटर में फैले फुटपाथ और उसके चारों तरफ हरियाली, राजपथ को रोशनी से नहाने के लिए 133 प्रकाश स्तम्भ, 4,087 पेड़, 114 आधुनिक साइन बोर्ड और सीढ़ीदार उद्यान राष्ट्रीय राजधानी में पुनर्विकसित हो रहे सेंट्रल विस्टा का हिस्सा होंगे, जो इसकी छटा में चार चांद लगाएंगे।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार, सेंट्रल विस्टा को चौबीस घंटे पैदल यात्रियों के लिए अनुकूल बनाने के लिए राष्ट्रपति भवन और इंडिया गेट के बीच उद्यानों में और राजपथ के किनारे कुल 915 प्रकाश स्तम्भ होंगे। इस वर्ष राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड देखने वाले लोगों को सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत राजपथ का नया रूप देखने को मिलेगा।
सेंट्रल विस्टा स्थल का दौरा करने वाले केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि- 25 पेड़ों को अपने स्थान से हटाया गया है, जिनमें से 22 पेड़ों को दूसरी जगह ले जाया गया है और तीन को यहां लगाया गया है। गणतंत्र दिवस परेड की व्यवस्था के तहत राजपथ पर जलाशयों पर अस्थायी पुल बनाए गए हैं, लेकिन कुल 16 स्थायी पुल बनाए जाएंगे।
एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार, आठ सुविधा ब्लॉकों का निर्माण किया जा रहा है, जबकि चार पैदल यात्री अंडरपास पूरे खंड में बनाए जाएंगे। राजपथ के साथ, 1,10,457 वर्गमीटर में लाल ग्रेनाइट पत्थरों से फुटपाथ (पैदल मार्ग) बनाए गए हैं, जो पहले बजरी रेत से बने थे। राजपथ पर 987 कंक्रीट के बोल्डर लगाए गए हैं। सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पुनर्विकास कार्य शापूरजी पालोनजी एंड कंपनी लिमिटेड कर रहा है।
वहीं उप राष्ट्रपति एनक्लेव के लिए 6.63 हेक्टेयर क्षेत्र को छूट के दायरे में रखा है और इस स्थान से 396 पेड़ों को दूसरी जगह पर लगाया जाएगा। गत 14 जनवरी को जारी अधिसूचना के अनुसार, परियोजना स्थल पर मौजूद 717 पेड़ों में से 321 वहां मौजूद रहेंगे और 396 को दूसरे स्थान लगाया जाएगा। एनटीपीसी इको पार्क में 3,960 पौधे लगाए जाएंगे जिनमें नीम, पीपल, गूलर, बरगद और अन्य किस्म के पौधे होंगे। पौधों की देखभाल के मकसद से सात साल की अवधि के लिए 2.25 करोड़ रुपये की राशि भी जमा करने के लिए कहा गया है।