जब भी सर्दी के मौसम का मजा लेने की बात आती है, तो हम सब शिमला या मनाली के बारे में सोचते हैं। सर्दियों में यहां का मौसम बहुत सुहाना और ठंडा होता है। इन दिनों में यहां स्नो फॉल का मजा भी लिया जा सकता है। लेकिन अगर आप शिमला या मनाली घूमने नहीं जा पा रहे हैं, लेकिन सर्दी का लुत्फ भी उठाना है, तो भारत में एक और ऐसी जगह है, जहां जाकर आप ठंड का अनुभव कर सकते हैा। हम बात कर रहे हैं राजस्थान के चुरू की। यहां ठंड ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां का तापमान जीरो डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अगर आप चुरू जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इसके आसपास घूमने की जगहों के बारे में जरूर जान लीजिए।
सेठानी का जौहर
सेठानी का जाहैर चूरू में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यहां आने वाले पर्यटकों को यह जगह बहुत आकर्षित करती है। सेठानी का जाैहर भगवानदास बागली की पत्नी ने बनवाया था। पहला मारवाड़ी शेखावाटी करोड़ पति भगवानदास बागला था। वह लकड़ी का व्यापारी था, जिसके अंडर में कई मील्स थीं। यह जगह रतनगढ़ रोड पर रतनगढ़ से लगभग 3 किमी पश्चिम में स्थित है। चूरू के गांव के बुजुर्गों के अनुसार, इस जौहर का पानी कभी सूखता नहीं है।
कोठारी और सुराणा हेवली
चूरू के आसपास कोठारी और सुराणा हवेलियां चूरू में सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक है। यह हवेली प्रभावशाली और भव्य वास्तुकला के लिए जानी जाती है। सबसे ज्यादा मशहूर है मालजी का कमरा। जब चुरू बीकानेर का हिस्सा था, तब 1925 में मालजी ठाकुर ने इसे बनवाया था। इसे बिल्कुल किसी गेस्ट हाउस की तरह बनवाया गया था, लेकिन बहुत जल्द आर्टिस्टों के बीच यह बहुत लोकप्रिय हो गया। यह हवेली इतालवी और शेखावटी स्थापत्य शैली पर बनी है। यहीं पर सुराणा भाइयों की दोहरी हवेली भी है, जिसे 1870 में बनवाया गया था। दिलचस्प बात है कि 1,111 खिड़की और दरवाजे वाला हवा महल भी दोहरी हवेली का एक हिस्सा है।
ताल छप्पर सेंचुरी
अगर आप एक रोमांचकारी और साहसिक अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं, तो ताल छप्पर सेंचुरी घूमने लायक जगह है। यह सेंचुरी राजस्थान के शेखावटी इलाके में स्थित है। काले हिरण के लिए यह सेंचुरी बहुत फेमस है, जो रतनगढ़ से करीब 210 किमी की दूरी पर स्थित है। अगर आप यहां जाएंगे, तो आपको चूरू के सुजानगढ़ तहसील तक पहुंचना होगा। यह सेंचुरी चुरू से 85 किमी और बीकानेर से 132 किमी दूर है। यहां प्रति व्यक्ति की एंट्री फीस 20 रूपए है और अगर आप जीप सफारी का आनंद लेना चाहते हैं, तो 3500 रूपए प्रति जीप के देने होंगे।
चुरू घूमने का सबसे अच्छा समय
चुरू घूमने जाने के लिए सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा है। अगर आप जाना चाहते हैं, तो अक्टूबर से मार्च के बीच जाने प्लानिंग करें।
कैसे पहुंचे चूरू
हवाई जहाज से - चूरू पहुंचने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर सांगानेर हवाई अड्डा है। यह शहर से 175 किमी दूर है।
ट्रेन से - आप अपने शहर से भी चुरू जंक्शन तक के लिए सीधी ट्रेन ले सकते हैं।
बस से -अगर आप बस से जाना चाहते हैं, तो हर शहर से चूरू बस स्टैंड के लिए बसें उपलब्ध हैं।